दिल्ली,
चारा घोटाले में रांची जेल में बंद आरजेडी अध्यक्ष लाल प्रसाद यादव को बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें ज़मानत दे दी है। इससे पहले हाईकोर्ट ने उनकी ज़मानत याचिका खारिज कर दी थी। लालू को ज़मानत मिलने से उनके जेल से बाहर आने और चुनावी तैयारियां करने का रास्ता साफ हो गया है।
लालू यादव ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए ज़मानत की मांग की थी। उनके वकील की दलील थी कि कानूनी प्रक्रिया अपनी तरफ से चलती रह सकती है लेकिन उनपर जो आरोप है वो राजनीतिक प्रकृति के ज़्यादा हैं। वे राजनीतिक व्यक्ति हैं और फरार नहीं हो सकते। उनके खिलाफ जांच पहले ही पूरी हो चुकी है इसलिए उनके जांच पर असर डालने की भी कोई संभावना नहीं है। ऐसे में उन्हें ज़मानत दी जाए। कोर्ट ने लालू की दलीलों के आधार पर उन्हें ज़मानत दे दी। कोर्ट ने कहा कि उनके साथ के अन्य अभियुक्तों को ज़मानत मिल चुकी है, ऐसे में उन्हें ज़मानत न देने का कोई कारण नहीं है।
हालांकि नए कानून के तहत लालू यादव की संसद की सदस्यता खत्म हो चुकी है। वो अगले छह साल तक कोई चुनाव भी नहीं लड़ सकते। लेकिन लालू के बाहर आने से उनकी पार्टी को ताकत मिलेगी और आने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी नए जोश के साथ मैदान में उतरेगी। लालू की गैरमौजूदगी से पार्टी में कमजोर नेतृत्व का जो संकट था वो टल जाएगा और पार्टी टूटने की आशंकाएं कम होंगी।