गांवों से होकर जाता देश की समृद्धि का रास्ता

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आई एन वी सी न्यूज़
लखनऊ,
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक जी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज किसान सम्मान दिवस के अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री व किसान नेता स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की 116वीं जयन्ती पर विधानसभा स्थित उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर किसान सम्मान योजना के अन्तर्गत कृषकों को सम्मानित भी किया गया।

अपने सम्बोधन में राज्यपाल श्री राम नाईक जी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह जी ने जीवन पर्यन्त किसानों की खुशहाली के लिए कार्य किया। उन्होंने कहा कि स्व0 चौधरी का मानना था कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश में कृषि में सुधार करके ही उनके जीवन में समृद्धि लायी जा सकती है। इसके दृष्टिगत उनके द्वारा जमींदारी उन्मूलन जैसा महत्वपूर्ण कार्य किया गया। किसानों के हितों से जुड़ी नाबार्ड बैंक की स्थापना में भी उनकी सक्रिय भूमिका रही।

राज्यपाल जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी किसानों की आय को दोगुना करने के लिए गम्भीरता से कार्य कर रहे है। किसानों द्वारा तकनीक से जुड़कर खाद्यान्न उत्पादन को बढ़ाने का कार्य सराहनीय है। उन्होंने कहा कि किसान चुनौतियों का सामना करते हुए ईमानदारी से काम करता है, तभी देश के लोगों को खाद्यान्न मिल पाता है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि स्व0 चौधरी जी का जीवन किसानों के सम्मान व स्वावलम्बन से जुड़ा था। जमींदारी उन्मूलन एवं लघु, सीमान्त कृषकों को 03 एकड़ भूमि तक भू-राजस्व से छूट दिलाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि स्व0 चौधरी जी द्वारा देश के अन्नदाता के हितां में किए गए कामों को सदैव याद किया जाएगा।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश की समृ़़द्ध का रास्ता गांवों से होकर जाता है। किसानों की मूल समस्याओं को समझने का काम आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है। उन्होंने अपनी पहली घोषणा में ही किसानों के हितों से जुड़े फैसले लिए। उन्होंने खेतां के मृदा परीक्षण के लिए स्वॉयल हेल्थ कार्ड की व्यवस्था की, जिसके माध्यम से कृषकों को अपनी जमीन की  उर्वरता की जानकारी हो सके तथा वे आवश्यकतानुरूप पोषक तत्वों को उपयोग कर अपने खेत के उत्पादन क्षमता को बढ़ा सकें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के सार्थक परिणाम सामने आए हैं। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 08 हजार करोड़ रुपए की धनराशि बीमित की गई । जिसके सापेक्ष 23 हजार करोड़ रुपए की धनराशि का लाभ किसानों को मिला।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसानों की आय दो गुना करने के लिए वर्तमान सरकार सतत प्रयासरत है तथा इसके दृष्टिगत किसानों को न्यूनतम सर्मथन मूल्य के माध्यम से लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 53 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है, वहीं अब तक 17 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। उन्होंने गन्ना किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा 44 हजार करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य का भुगतान कराया जा चुका है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कृषि पैदावार को बढ़ाने के लिए सिंचाई क्षमता में विस्तार करना बहुत आवश्यक है। इसको ध्यान में रखते हुए वर्तमान सरकार ने सिंचाई परियोजनाओं को पूरा कराने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया है। बाणसागर परियोजना के माध्यम से डेढ़ लाख हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई की सुविधा प्राप्त हुई है। सरयू नहर परियोजना तथा मध्य गंगा परियोजना को पूर्ण करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। वर्ष 2019 के अंत तक इन परियोजनाओं के पूर्ण हो जाने पर प्रदेश की 20 लाख हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि को सिंचन सुविधा प्राप्त हो जाएगी, जो कृषि को बढावा देने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से ‘पर ड्रॉप-मोर क्रॉप’ के लिए प्रदेश सरकार काम कर रही है। ड्रिप इरिगेशन के लिए सब्सिडी भी उपलब्ध करा रही है।

इस अवसर पर राज्यपाल जी एवं मुख्यमंत्री जी ने गेहूं, चना, मटर, मसूर तथा  राई, सरसों, धान, मक्का, अरहर, उर्द तथा सोयाबीन की फसलों में प्रति हेक्टेयर उच्च उत्पादकता प्राप्त करने वाले 30 किसानों को फसलवार क्रमशः प्रथम पुरस्कार के लिए 01 लाख रुपए, द्वितीय पुरस्कार के लिए 75 हजार रुपए तथा तृतीय पुरस्कार के लिए 50 हजार रुपए, एक शॉल, प्रशस्ति-पत्र एवं पुस्तक देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही 03 विशिष्ट महिला कृषकों को दुग्ध उत्पादन, जैविक उत्पादन तथा मेडिसनल प्लान्ट के लिए सम्मानित किया गया।

प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने वाले किसानों में श्री महेन्द्र सिंह कटियार, श्री चन्द्रशेखर वर्मा, श्री लाल बहादुर, श्री रामेन्द्र सिंह, श्री अजय जादौन, श्री अचित कुमार, श्री प्रेम नारायण तिवारी, श्री संचित राम वर्मा तथा श्री अच्छे लाल सहित श्रीमती विमलेश कुमारी, श्रीमती अनीता व श्रीमती अनु रवि शामिल थी।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि किसानों की खुशहाली से देश खुशहाल हो सकता है। चौधरी चरण सिंह जी के प्रयासों से ही जमींदारी व्यवस्था समाप्त हो सकी। वर्तमान सरकार चौधरी जी के सपनों को साकार करने के लिए लगातार कार्य कर रही है।

इस अवसर पर गन्ना विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेश राणा, कृषि, कृषि शिक्षा, कृषि अनुसंसाधन राज्यमंत्री श्री रणवेन्द्र प्रताप सिंह (धुन्नी सिंह), मुख्य सचिव डॉ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय, अपर मुख्य सचिव सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव कृषि श्री अमित मोहन प्रसाद, कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, बड़ी संख्या में किसान व अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

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