गणेश शंकर विद्यार्थी की 125 वी जयंती पर ‘‘लोकतंत्र पर मीडिया की भूमिका’’ पर गोष्ठी आयोजित

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santosh kumar gangle copyआई एन वी सी ,

भोपाल ,

 गणेश शंकर  विद्यार्थी की 125वीं जयंती के अवसर पर गणेश शंकर  विद्यार्थी प्रेस क्लब एवं राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्र हमारा मेट्रो भोपाल के सौजन्य से भोपाल के गांधी भवन में ‘‘लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका’’ विशय  पर गोष्ठी आयोजित की गई जिसमें मध्यप्रदेश के सभी जिलो के वरिष्ठ एवं युवा पत्रकारों ने अपनी उपस्थिति कराई। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में गिरीश शर्मा (पत्रकार एवं पार्षद), दीपक तिवारी (द वीक), पुष्पेंद्र पाल (माखन लाल पत्रकारिता विवि के प्रोफेसर), कीर्ति राणा (दंबग दुनिया), चंदा बार्गल, माखन विजयवर्गीय (संभागीय अक्ष्यक्ष)संतोश गंगेले (प्रदेश अक्ष्यक्ष), शिव  चौबे (राजनैतिक सलाहकार, मुख्यमंत्री), सरमन नंगेंले (संपादक एम.पी पोस्ट), अवधेश भार्गव (भारत समाचार), राममोहन कुशवाहा एवं पवन देवलिया उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन अनोखे लाल द्विवेदी जिला अक्ष्यक्ष (दैनिक समाचार पत्र हमारा मेट्रो संपादक), अनिल व्यास (जिला सचिव), षैलेन्द्र मिश्रा (संवाददाता टीकमगढ़), संजय मालवीया (विषेश संवाददाता) के द्वारा संपन्न हुआ। इस अवसर प्रदेश के अन्य पत्रकार दिनेश जमींदार (राजगढ़ जिलाअक्ष्यक्ष), श्रीनिवास चौबे (संभागीय सचिव), राज पाठक (दमोह), राजकुमार शर्मा (जिला अक्ष्यक्ष, सीहोर), महेन्द्र सिंह चौहान, संजय श्रीवास्तव (हरदा) उपस्थित रहे। विद्यार्थी प्रेस क्लब द्वारा वर्ष 2013 का गणेश शंकर  विद्यार्थी सम्मान रामभुवन सिंह कुशवाह (साहित्यकार) एवं पवन देवलिया को दिया गया। विभिन्न पत्रकारों ने गणेश शंकर  विद्यार्थी के जीवन से संबंधित विचार व्यक्त किए। जिसमें अनोखे लाल द्विवेदी के द्वारा अवगत कराया गया गणेश शंकर  विद्यार्थी का जन्म 25 मार्च 1890 कोे म.प्र. की वीर प्रसूता भूमि पर हुआ विद्यार्थी जी बचपन से ही उग्रवादी विचारधारा के व्यक्ति थे। अमर शहीद और कलम के धनी गणेश शंकर  विद्यार्थी जैसे जुझारु व्यक्त्वि ने पत्रकारिता के जरीये स्वराज को जनांदोलन बना डाला और अपने जीवन में 5 बार जेल यात्रा करके भी ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध उनका जोश बढ़ता गया जिनके नाम की मिसाल भारत के आजादी के इतिहास में सदा – सदा के सुनहरे पृष्ठ पर अंकित हो गई। 16 वर्ष की अल्प आयु में ही ‘‘हमारी आत्मोसर्गता’’ नामक पुस्तक लिखी थी। विद्यार्थी जी षुरु से ही अंहिसात्मक विचाराधारा के विरोधी रहे, बचपन से ही इनके संबंध महामना पंडित मदन मोहन मालवीया एवं भगत सिंह जी से रहे। 1931 में एक मुस्लिम महिला को बचाते हुए शहीद हुए। इसी उपलक्ष्य में सरमन नंगंेले जी ने सोशल मीडिया पर प्रकाश डाला जिसमें उन्होंने समाज में सोशल मीडिया की उपयोगिता एवं दुष्प्रभाव पर बिन्दु प्रकट किए। माखन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता के वरिष्ठ प्रोफेसर पुष्पंेद्र पाल जी ने अपने उद्बोधन मंे आज के युग में मीडिया को समाज का चौथा स्तंभ बताकर एवं पत्रकारिता को आज के युवा पीढी़ से जोड़ते हुए युवा पत्रकारों का मार्गदर्षन किया। वरिष्ठ पत्रकार दीपक तिवारी ‘द वीक’ के विषेश संवाददाता ने लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए युवा पत्रकारों को अपने अनुभव बताए। दीपक जी ने पत्रकारों से जु़ड़ी उनकी समस्याओं के विशय के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर कीर्ति राणा (दंबग दुनिया), चंदा बार्गल, माखन विजयवर्गीय (संभागीय अक्ष्यक्ष), संतोश गंगेले (प्रदेश अक्ष्यक्ष), अनोखे लाल द्विवेदी (हमारा मेट्रो संपादक), अनिल व्यास (जिला सचिव), षैलेन्द्र मिश्रा (संवाददाता टीकमगढ़), संजय मालवीया (विषेश संवाददाता), मथुरा प्रसाद परमार (पत्रकार), दिनेश जमींदार (राजगढ़ जिलाअक्ष्यक्ष), श्रीनिवास चौबे (संभागीय सचिव), षिव चौबे (राजनैतिक सलाहकार, मुख्यमंत्री), सरमन नंगेंले (संपादक एम.पी पोस्ट), अवधेश भार्गव (भारत समाचार), राज पाठक (दमोह), राजकुमार शर्मा (जिला अक्ष्यक्ष, सीहोर), महेन्द्र सिंह चौहान, संजय श्रीवास्तव (हरदा), रामभुवन सिंह कुशवाह (साहित्यकार) एवं पवन देवलिया ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। राष्ट्रीय दैनिक हिन्दी समाचार पत्र हमारा मेट्रो के प्रकाशक राजकुमार अग्रवाल (दिल्ली) नें अनोखे लाल द्विवेदी (संपादक), संजय मालवीया, अनिल व्यास, षैलेन्द्र मिश्रा एवं अन्य सदस्यों को कार्यक्रम के सफल आयोजन पर फोन पर बधाई दी।

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