आई एन वी सी न्यूज़
लखनऊ ,
गंगा के सच्चे पुत्र स्वामी सांनन्द जी ने गंगा को अविरल और निर्मल बनाने के लिए अपने प्राणो का बलिदान कर दिया है। उनके सपने को साकार करने के लिएविगत 30 सितम्बर से गौमुख से गंगासागर तक गंगा सद्भावना यात्रा शुरू की गयी है जो देश के विभिन्न शहरो और गांवो में होती हुई 14 जनवरी 2019 को गंगा सागर में समाप्त होगी। या़त्रा का उद्देश्य समाज को गंगा की वास्तविक परिस्थति और उसके बिमारी के कारणो को जन जन तक पहुचाना है।
आज गंगा के बारे में झूठ बोला जा रहा है गंगा की अविरलता और निर्मलता के नाम पर सिर्फ सौन्दर्यीकरण किया जा रहा है। याद रखिये यदि गंगा नहीं रही तो भारतीय संस्कृति खतरे में पड़ जायेगी। गंगा ए क्लास नदी है जिसमें 62 प्रतिशत प्रवाह सुनिश्चित होना चाहिए तभी गंगा की अविरलता और निर्मलता सुनिश्चित होगी।गंगा सद्भावना यात्रा का नेतृत्व कर रहे आजादी बचाओ आन्दोलन की अगुवाई करने वाले रामधीरज भाई, आर शेखर, अरिवन्द भाई, आलोक भाई ने बताया यात्रा के तहत उत्तर प्रदेश में गंगा के किनारे के सभी शहरो और कस्बो से होती हुई यात्रा बनारस पहुचेगी। यात्रा के अब तक के पडाव रूद्रप्रयोग, हरिद्वार, ऋषिकेश मेरठ , सहारनपुर, शामली, मुज्जफर नगर गढमुक्तेश्वर, बरेली, शहजहाॅपुर, इलाहाबाद, सोनभद्र, मऊ, कानपुर , बलिया, आजमगढ, गोरखपुर, बस्ति, फैजाबाद, आयोध्या होते हुए आज लखनऊ पहुची।