कैंसर के 40 प्रतिशत मरीज तंबाकू के शिकार

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Dr.-PueshBajpai,-Senior-Conआई एन वी सी न्यूज़
रोहतक,

भारत में कैंसर बड़ी तेजी से फैल रही बीमारी है। जिसका मुख्य कारण धूम्रपान माना जा रहा है। धूम्रपान के कारण पुरूषों में जहां विभिन्न प्रकार के कैंसर हो रहे हैं वहीं अब महिलाएं भी इस बीमारी से अछूती नहीं हैं। अब धूम्रपान के कारण महिलाओं में भी कैंसर रोग हो रहा है। देश में तंबाकू के कारण जहां 40 फीसदी लोगों को कैंसर हो रहा है वहीं हरियाणा में होने वाले कैंसर के कुल केसों में 50 प्रतिशत मामलों के लिए तंबाकू अथवा धूम्रपान जिम्मेदार है।

यह जानकारी विश्व तंबाकू दिवस के अवसर पर आज यहां आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल शालीमार बाग में मेडिकल ओंकोलॉजी के वरिष्ठ कंसल्टेंट डॉ.पियुष बाजपेयी, हीमैटोलॉजी बोन मैरो ट्रांसप्लांट के वरिष्ठ कंसल्टेंट डॉ.गौरव दीक्षित और ऑपरेशन्स के उपाध्यक्ष डॉ.अमरदीप कोहली ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में दी।

उन्होंने बताया कि हालही में बहादुरगढ़ में आयोजित किए गए कैंसर जागरूकता शिविर के दौरान 95 फीसदी रोगी ऐसे पाए गए जिनमें कैंसर का मुख्य कारण तंबाकू एवं धूम्रपान की लत पाई गई है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष के दौरान मैक्स अस्पताल में करीब 7000 कैंसर रोगी पहुंचे हैं। जिनमें से 40 फीसदी हरियाणा से संबंधित थे। इनमें से 80 फीसदी रोगियों में तंबाकू व धूम्रपान को कैंसर का मुख्य कारण माना गया है।

डाक्टर पियुष बाजपेयी ने कहा कि लोगों को अगर सिगरेट पीने की आदत से छोडऩे के लिए प्रेरित नहीं किया गया तो 2020 तक एक साल में 15 लाख तक लोगों की मौत होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि पुरुषों में 40 प्रतिशत तथा महिलाओं में 20 प्रतिशत कैंसर मामलों के लिए तंबाकू जिम्मेदार है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में कर्मचारियों, बुनियादी सुविधाओं और कैंसर विशेषज्ञ अस्पतालों की कमी के कारण हर साल 40 से 50 हजार लोग उपचार के लिए दिल्ली में आते हैं। इनमें से अधिकतर में कैंसर का मुख्य कारण तंबाकू अथवा धूम्रपान रहता है। उन्होंने बताया कि रोहतक के अलावा झज्जर, पानीपत, सोनीपत आदि जिलों में अस्पताल प्रबंधन द्वारा विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर कैंसर जांच शिविरों का आयोजन करके लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

इस अवसर पर बोलते हुए अस्पताल के डाक्टर गौरव दीक्षित ने कहा कि भारत में कैंसर के मामलों में काफी वृद्धि हुई है। देश में हर साल कैंसर के दस लाख नए रोगियों की पहचान की जाती है और छह से सात लाख लोगों की मौत हो जाती है। कैंसर के कारण होने वाली दो-तिहाई से अधिक मौत 30 से 60 आयु वर्ग के लोगों की होती है।

इस अवसर पर आप्रेशन्स के उपाध्यक्ष डॉ.अमरदीप कोहली ने कहा की आईसीएमआर द्वारा संचालित राष्ट्रीय कैंसर पंजीकरण कार्यक्रम के तहत कैंसर के संबंध में वर्ष 2009 से 2011 तक किए गए तीन वर्षीय अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा में हर साल कैंसर के 22 हजार 430 मामले आ रहे हैं। इस अवधि के दौरान कैंसर से 9870 मौतें होने का अनुमान है।

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