चाइल्ड राइट्स ऑब्जर्वेटरी मध्यप्रदेश द्वारा कथा-चौपाल श्रृंखला में आज डॉ उदयन वाजपेयी बच्चों से मुख़ातिब हुए। अरेरा कॉलोनी स्थित सेवन हिल्स स्कूल के बच्चों के बीच उन्होंने कहानियाँ सुनाईं। इसके आलावा उदयनजी ने कहानी सुनने-सुनाने की परंपरा के बारे में बताया जिसे क़िस्सा-गोई भी कहते हैं। उन्होंने बताया कि राजस्थान में 6 -7 दिन तक कहानी कहने का चलन था जिसमे अंत श्रोताओं द्वारा बता दिया जाता था और कहानी कहने वाला सारा ताना-बाना श्रोताओं की बीच ही बुनता जाता था।
उदयनजी ने आजकल बच्चों की धीरज से सुनने या पढ़ने की आदत की कमी पर चिंता व्यक्त की और बच्चों को सलाह दी की किताब अपने साथ रखो तो धीरे-धीरे वो तुमसे बात करने लगेगी।
कार्यक्रम में कई बच्चों ने भी कहानी और कविता सुनाई। कार्यक्रम में चाइल्ड राइट्स ऑब्जर्वेटरी की अध्यक्ष निर्मल बुच, डॉ उदय जैन, रघुराज सिंह, रश्मि सारस्वत और संयोजक सुनिल शुक्ल मौजूद थे।
उदयनजी ने आजकल बच्चों की धीरज से सुनने या पढ़ने की आदत की कमी पर चिंता व्यक्त की और बच्चों को सलाह दी की किताब अपने साथ रखो तो धीरे-धीरे वो तुमसे बात करने लगेगी।
कार्यक्रम में कई बच्चों ने भी कहानी और कविता सुनाई। कार्यक्रम में चाइल्ड राइट्स ऑब्जर्वेटरी की अध्यक्ष निर्मल बुच, डॉ उदय जैन, रघुराज सिंह, रश्मि सारस्वत और संयोजक सुनिल शुक्ल मौजूद थे।