कांग्रेसी नेता अब कानूनी लडाई भी हार गये

0
32

downloadआई एन वी सी,
पंजाब,
माननीय पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा पंजाब सरकार को पंचायती चुनाव करवाने के लिए हरी झंडी देने के निर्णय को लोकतंत्र विरोधी और निराश हुये कांग्रसियों की नैतिक व कानूनी हार करार देते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल ने कहा है कि इस निर्णय से पजाब के कांग्रेसियों नेताओं द्वारा लोकतंत्रीय अमल में रूकावट डालने के प्रयत्न असफल हुये हेै। उन्होने कहा कि माननीय अदालत ने पंचायती चुनावों के लिए की गई वार्ड बंदी पर कांग्रेसी नेताओ ंद्वारा प्रकट किये गये इतराजों से सहमत न होते हुये राज्य सरकार को इस वार्ड बंदी के आधार पर चुनाव करवाने के लिए अपनी सहमति दे दी है। इसी दौरान पंजाब के उपमुख्यमंत्री और शिअद के प्रधान स. सुखबीर सिंह बादल ने इस निर्णय का स्वागत करते हुये कहा कि लोगों की अदालत में लगातार हार खाने के बाद पंजाब के कांग्रेसी नेता अब कानूनी लडाई भी हार गये है। उन्होने कहा कि माननीय हाई कोर्ट के इस निर्णय से कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रतिदिन लगाए जाते बेबुनियाद आरोपों का पर्दा फाश हो गया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वास्तविकता यह है किबार बार हो रही हारों के बाद कांग्रेस पार्टी अब प्रत्येक छोटे से छोटा चुनाव लडने से भी डरती है औरयही कारण है कि वह चुनावों को टालने के के लिए बिना किसी आधार के माननीय अदालतों में जाते है। सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि 1997 से लेकर आजतक कांग्रेस पार्टी केवल 2002 में हुये विधान सभा चुनावों के बिना प्रत्येक चुनाव हारी है यह चुनाव भी वह बहुत ही कम अंतर से जीतीथी। कांग्रसियों द्वारा अकालियों पर सरकारी मशीनरों बलवूतों चुनाव जीतने के लगाए जा रहे आरोपों को नकारते हुये स. सुखबीर सिंह बादल ने कहा वर्ष 2004 में हुये संसदीय चुनावों के समय पंजाब में कांग्रेस पार्टी का ही राज था फिर भी शिअद यह चुनाव बडी शान से जीत था उन्होने कहा कि कांग्रेसी नेताओं के लोक विरोधी ,पंजाब विरोधी ,विकास विरोधी और देश विरोधी रवैये के कारण इसको हो रही हारों का सिलसिला यही खत्म होने वाला नही है और इसको आने वाले लोक सभा चुनावों दौरान करारी हार का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आज यहां जारी किये गये अपने एक प्रैस बयान में कांग्रेसी नेताओं को परामर्श दिया कि वह प्रत्येक अच्छे कार्य में रूकावट डालने वाला अपना स्वभाव छोड दें। उन्होने कहा कि जिम्मेवार और लोकतंत्र पंसद राजनीतिक नेताओं को बार बार हुई हार से हताश हो कर कभी भी विकास कार्यो को रोकने के लिए केन्द्र सरकार के पास गुहार नही लगाते और ना ही कभी लोकतंत्र अमल में रूकावट डालते है स. बादल ने कहा कि कांगेसी नेताओं को राजनीतिक लडाई लडते हुये माननीय अदालतों को राजनीतिक लडाई के अखाडे में नही लाना चाहिए। स. बादल ने कहा कि पंजाब सरकार लोकतंत्रीय ढांचे का निम्रस्तर मजबूत करने और सरकारी तंत्र में अधिक से अधिक लोगों की शमुलियत यकीनी बनाने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है उन्होने कहा कि इस उदेश्य की पूर्ति के लिए ही पंजाब सरकार ने हाल ही में जिला परिषद और ब्लाक समिति के चुनाव समय पर और निरपक्ष व स्वतंत्र ढंग से करवाए है इन चुनावों में कांग्रेस पार्टी को इसकी लोक विरोधी नीतियों के कारण करारी हार का सामना करना पडा है उन्होने कहा कि पंचायती चुनावों में अपनी हारवाली निराशा जनक हार को भांपते हुये कांग्रेस ने इन चुनावों में रूकावट डालने के लिए ही वार्ड बंदी में त्रुठियों का पहले शौरमचाया फिर माननीय उच्च अदालत में पटीशन डाल दी पंरतु उनकी आशाओं को निराशा का सामना करना पडा क्योकि माननीय अदालत के फाजल जजो ंने राज्य सरकार के संबधित विभाग द्वारा की गई वार्ड बंदी से सहमत होते हुये पंजाब सरकार को चुनाव अधिसूचना जारी करने की अनुमति दे दी है। उन्होने कहा कि माननीय अदालत की इस निर्णय से कांग्रेस पार्टी द्वारा बिना किसी ठोस आधार पर पंचायती चुनावों को टालने का मन स्पष्ट हो गया है। स. बादल ने माननीय उच्च अदालत द्वाराचुनाव सुधारों के लिए दिये गये आदेशों का स्वागत करते हुये कहा कि राज्य सरकार अगले चुनावों में उनको जरूर अमल मे लाएगी उन्होने कहा कि पंजाब सरकार पंचायती चुनावों के बाद नगरपालिका और नगर निगम चुनाव भी निश्चित समय में करवाएगी ताकि लोगों का लोकतंत्र में विश्वास और मजबूत हो सके।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here