ऑल इंडिया उर्दू एडीटर्स फोरम द्वारा प्रकाशित ” उर्दू अखबारात का मुकदमा सदन के द्वार पर ” पुस्तक का हुआ विमोचन – हुड्डा ने की एडीटर्स फोरम 2.5 लाख रूपये देने की घोषणा

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bhupinder singh hoodaआई एन वी सी,
दिल्ली,
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि आजादी के बाद देश में हिन्दी, पंजाबी, तमिल, कन्नड़ और गुजराती क्षेत्रीय भाषाओं के अखबारों ने काफी तरक्की की है, लेकिन उर्दू भाषा के अखबार इतनी तेजी से तरक्की नहीें कर सके। इस अवसर पर श्री हुड्डा ने उर्दू अखबारों को और सशक्त बनाने की जरूरत पर भी जोर दिया। इसके आलावा उन्होंने कहा कि आपसी भाई-चारा बढ़ाने में उर्दू भाषा का भी विशेष योगदान है। आज नई दिल्ली में कांस्टीट्यूशन क्लब में उर्दू पत्रकारिता के सामने आ रहीं प्रमुख समस्याओं पर आयोजित सम्मेलन में श्री हुड्डा मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री श्री हुड्डा ने उर्दू पत्रकारिता को बढ़ावा देने के लिए कुल हिन्द उर्दू एडीटर्स फोरम को अपने ऐच्छिक कोष से 2.5 लाख रूपये की राशि देने की घोषणा की। इस अवसर पर श्री हुड्डा ने ऑल इंडिया उर्दू एडीटर्स फोरम द्वारा प्रकाशित उर्दू अखबारात का मुकदमा सदन के द्वार पर पुस्तक का विमोचन भी किया। श्री हुड्डा ने कहा कि उर्दू भाषा में एक मिठास है और इससे आपसी भाई-चारा बढ़ता है। उन्होंने कहा कि उर्दू किसी एक विशेष धर्म, जाति अथवा समुदाय की भाषा नहीं, बल्कि उर्दू गंगा-जमनी संस्कृति की भाषा है। उन्होंने कहा कि उर्दू भाषा की जन्म भूमि हरियाणा ही है। श्री हुड्डा ने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में उर्दू के अखबारों की अहम भूमिका रही है। जब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में आजादी की लड़ाई लड़ी जा रही थी, तब उस समय अनेक उर्दू और हिन्दी के समाचार पत्रों ने देश वासियों में आजादी के लिए एक जुनून पैदा किया था। श्री हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में उर्दू भाषा को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रभावी कदम उठाये गये हैं। मेवात में उर्दू को विशेष रूप से बढ़ावा दिया जा रहा है। मेवात के स्कूलों में बड़ी संख्या में उर्दू अध्यापकों की भर्ती की गई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा उर्दू अकादमी भी उर्दू भाषा के विकास में सराहनीय योगदान दे रही है। उर्दू अकादमी द्वारा विभिन्न विषयों पर उर्दू भाषा में अब तक 70 से अधिक पुस्तकों का प्रकाशन किया गया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा उर्दू अकादमी द्वारा उर्दू के विभिन्न क्षेत्रों की तरक्की और प्रचार-प्रसार में योगदान देने वाले साहित्यकारों को सम्मान स्वरूप नकद पुरस्कार दिये जाते हैं। इस मौके पर केन्द्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री कपिल सिब्बल ने भी अपने विचार रखे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता यूनिवर्सल एसोशियसन फार स्प्रिएचल एवेयरनैस के अध्यक्ष पण्डित एन. के. शर्मा ने की। सम्मेलन में उर्दू अकादमी नई दिल्ली के उपाध्यक्ष प्रो.अख्तर-उल-वासे, दैनिक राष्ट्रीय सहारा, उर्दू के समूह सम्पादक श्री सैयद फैसल अली, कुल हिन्द उर्दू एडीटर्स फोरम के अध्यक्ष सैयद हसन शुजा, फोरम के उपाध्यक्ष ़कारी मौहम्द मियाँ मज़हरी, महासचिव डा.खालिद अनवर, ख्वाजा मौहम्द अकरमुद्दीन, प्रो. वसीम बरेलवी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। इस कार्यक्रम का आयोजन कुल हिन्द उर्दू एडीटर्स फोरम, नई दिल्ली द्वारा किया गया था, जिसमें देश भर से उर्दू अखबारों के 75 से अधिक सम्पादकों ने भाग लिया।

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