उफ: ये परीक्षा या कैसे करे परीक्षा की तैयारी

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anuradha pankaj invcजब हाईस्कूल इण्टरमीडिएट बोर्ड परीक्षा की तिथि घोषित हो गयी हो  तो ऐसे में  प्रत्येक विद्यार्थी के जेहन में यहीं  घुमता है कि तैयारी कैसे की जाये

{ अनुराधा पंकज }

यू पी  सी बी एस सी़ या फिर बात करे आई सी एस सी बोर्ड की तो जब परीक्षाये सिर पर हो तो दबाव बनना स्वाभाविक हैं परन्तु नियमित अध्ययन के दौरान विद्यार्थी इस दबाव को कम कर सकता हैं अब सवाल यह उठता है कि  यदि विद्यार्थी इस भाग दौर भरी जिन्दगी में किसी कारण वश पढ़ाई वर्ष भर नहीं कर पाया हैं तो उस पर यह दबाव और हावी हो जाता हैं परन्तु इसका मतलब यह नही कि आप हिम्मत हार जाये । आप ऐसा बिल्कुल भी न करे और अपने आप पर संयम रखे तथा कुछ बातांे को आत्मसात कर पढ़ाई में लीन हो जाये  जिससे आपको अच्छे अंको से पास होने में सफलता मिलेगी ।

पढ़ाई करते समय विद्यार्थी निम्न बातों पर अवश्य  गौर करें-

समय सारणी बनाये-

जब परीक्षा नजदीक हो तो विद्यार्थी को चाहिये  िक वह सर्वप्रथम समयानुसार प्रत्येक विषय के लिये  दिन निर्धारित कर ले  जो विषय उसे अधिक कठिन लगंे वह उस पर अधिक समय दे।  और जिस विषय की परीक्षा अन्त में हो  उसकी तैयारी पहले करनी चाहिए । इससे उलझने नहीं पैदा होती हैं।

रटे नहीं तथ्यों को समझें –

जब समय का अभाव हो तो विद्यार्थी को पढ़ाई करते समय  रटने की पद्यति नही अपनानी चाहिये बल्कि उन्हें समझने का भरसक प्रयास करना चाहिये क्योकि विश्लेषण शुद्ध व सटीक तभी हेागा जब आपका कान्सेप्ट स्पष्ट हो

मौखिक नहीं लिख कर पढ़े-

विद्यार्थी को जहां तक हो लिख कर पढ़ना चाहिये लेकिन अक्सर बच्चें लिखने से कतराते हैं। और किताब वाचना अधिक पसंद करते हैं।

शार्ट नोट बनायें

विद्यार्थीयों  को चाहिये  िक वह पढ़ाई करते समय मूल बिन्दू को दिमाग में नोट करने के साथ ही कापी पर भी नोट करें इससे विद्यार्थी को यह लाभ होगा कि परीक्षा के समय वह उसे भूल भी जाता है। तो नोट्रस लिखे पन्ने को पलटने के बाद उसे याद आ जायेगा।

लगातार पढ़ने से बचें-

कभी कभी लगातार पढ़ाई करना उबाउॅ लगने लगता है इसिलिए विद्यार्थी को चाहिये कि तीन चार घण्टे अध्ययन करने के पश्चात वह आराम कर ले  इससे दिमाग सदैव तरोताजा व चुस्त दुरुस्त बना रहेगा । और विद्यार्थी का मन हमेशा पढ़ाई की ओर अग्रसर रहेगा।

अविभावक सहयोग करें-

जब बच्चे पढ़ाई के दबाव से जूझ रहें हो तो अविभवक को उनके साथ कटुता का व्यवहार नही करना चाहिये बल्कि समय समय पर उनका सहयोग करते रहना चाहिये  इससे बच्चा अकेला नही महसूस करता हैं और मन लगाकर पढ़ाई करता हैं।

anuradha pankajपरिचय – :

अनुराधा पंकज

 

बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता से स्नात्कोतर

बनारस दैनिक समाचार टीवी चैनल में समाचार लेखिका

स्थायी पता – ग्राम़ पोस्ट करधना , सोबंदीपुरद्ध जिला. वाराणसी ,पिन २२१३०७

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