इफ्फी-2009 में मनाई गई असमिया सिनेमा की प्लेटिनम जयंती

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आईएनवीसी ब्यूरो   
गोवा. सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री चौधरी मोहन जतुवा ने आज यहां भारत के 40वें अन्तर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव में असमिया सिनेमा के प्लेटिनम जयंती समारोह का शुभारंभ किया. इस मौक़े पर असमिया की पहली बोलती फिल्म (टॉकी), जॉयमोति, का उदघाटन फिल्म के रूप में प्रदर्शन किया गया. असमिया सिनेमा के 75 वर्षों के सफर को दिखाने वाली लघु फिल्म भी इस अवसर पर दिखाई गई.
इस अवसर पर जानी-मानी फिल्मी हस्ती और राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम के अध्यक्ष ओमपुरी विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे. असमिया सिनेमा की विख्यात अभिनेत्री ज्ञानदा काकोति, जाने-माने निर्देशक जाह्नु बरूआ, नयन प्रसाद, बितोपन बोरबोरा, सांत्वना बोरदोलोई और सुविख्यात अभिनेत्री बिद्या राव भी प्लेटिनम जयंती समारोह में उपस्थित थीं.
भारत के 40वें अन्तर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव में असमिया फिल्म उद्योग की विकास यात्रा को दर्शाने वाली 5 फिल्मों – जॉयमोति (निर्देशक: ज्योति प्रसाद अग्रवाल), अग्निस्नान (निर्देशक: बी.एन सैकिया), हलोधिया चोराये बोओधन खाये (निर्देशक:जाह्नु बरूआ), गंगा चिलोने पांखी (निर्देशक: पद्म बरूआ) और आई कोट नाई (निर्देशक: मंजू बोरा) – का प्रदर्शन किया जा रहा है.
इससे पहले संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए असम सरकार के सांस्कृतिक मामलों के सचिव स्वप्निल बरूआ ने कहा कि राज्य सरकार असम में फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक प्रयास कर रही है. उन्होंने बताया कि गोवाहाटी के बाहरी इलाके में एक फिल्म सिटी विकसित की जा रही है और ज्योति चित्रबन फिल्म स्टूडियो परिसर अगले वर्ष दिसम्बर तक तैयार हो जाएगा.

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