आउटसाइडर होना मेरे लिए रहा फ़ायदेमंद

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अभिनेत्री  तापसी पन्नू पिछले कुछ समय में तेजी से लोकप्रिय हुई हैं। इस अभिनेत्री ने पुराने दिनों को  का कहना है कि दक्षिण में जब उनकी तीन या चार तेलुगु फिल्में फ्लॉप हुईं, तो उसे अपशगुनी कहा गया। वह बहुत कठिन समय था। इस दौरान उनके हाथ से कई फिल्में निकलीं। खुशकिस्मती से उनकी तमिल फिल्में चल रही थीं और हिंदी शुरू हुई थीं, तो मैं उच्छा समय शुरु हो गया। तापसी ने कहा कि अगर मैं सिर्फ उस इंडस्ट्री में काम कर रही होती, तो शायद टूट जाती।’ इसके बावजूद, तापसी साउथ की फिल्मों से अपना रिश्ता कभी नहीं तोड़ना चाहतीं। उनका कहना है, ‘दक्षिण की फिल्मों ने उन्हें सिखाया कि फिल्ममेकिंग क्या है। इसलिए बॉलीवुड में आने के बाद भी वह दक्षिण की फिल्मों में काम जारी रखेंगी।’
तापसी ने कहा कि उन्हें अपने करियर में आउटसाइडर होने की वजह से काफी संघर्ष झेलना पड़ा। तापसी के अनुसार ‘करियर के शुरू में मैंने बहुत सी फिल्में खोई हैं, क्योंकि कभी किसी और के लिए सिफारिशी कॉल आ जाता था, कभी आपका हीरो आपको नहीं चाहता, तो कभी ऐसा भी होता था कि अभिनेत की पिछली फिल्म पिट गई, तो फिल्म का बजट अचानक से कम हो गया। ऐसे में या तो हम अपनी फीस से घटाएं या फिर हमें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। लेकिन मुझे लगता है कि आउटसाइडर होना मेरे लिए फायदेमंद रहा, क्योंकि इस वजह से लोग मुझसे रिलेट करते हैं। मेरी साधारण मिडल क्लास परवरिश की वजह से मैंने जिंदगी को अपनी आंखों से देखा है, न कि चमकदार शीशे से, शायद इसीलिए लोग मुझसे ज्यादा जुड़ते हैं। इसीलिए, आउटसाइडर होना मेरी सबसे बड़ी ताकत है।
फिल्मों में हीरोइन को ज्यादातर सकारात्मक किरदारों में ही दिखाया जाता है, जबकि तापसी ने ‘मनमर्जियां’ में रूमी जैसा ग्रे किरदार, तो ‘बदला’ में नकारात्मक किरदार निभाने की हिम्मत दिखाई। वह कहती हैं, ‘हमेशा एकदम सही और वाइट किरदार होने की जिम्मेदारी औरतों पर क्यों होती है?
तापसी ने अपनी फिल्मों के चयन को लेकर कहा कि मेरा एक ही मापदंड है कि मैं खुद वह फिल्म थिएटर में देखूंगी या नहीं, बस। अपने किरदारों के साथ प्रयोग करने से मुझे डर नहीं लगता। मेरा कोई ऐसा सरनेम नहीं है, जिसे मुझे बचाकर रखना है। मेरी ऐसी कोई फैमिली लिगेसी नहीं है, जिसे मुझे जवाब देना है या उसे आगे बढ़ाने का दबाव है। मैं तो कभी अभिनेत्री नहीं बनना नहीं चाहती थी, तो मेरा ये सपना कभी नहीं रहा कि मुझे नंबर वन पोजिशन पर पहुंचना है। जिस दिन मैं बोर हो गई या एक किस्म के रोल मिलने लगे, मैं खुशी से पीछे हट जाऊंगी क्योंकि फिल्में मेरे लिए सब कुछ या जिंदगी का अंत नहीं हैं। PLC.

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