अहिंसा का विकास करना है तो पापी से नही बल्कि पाप से डरना सीखना होंगा : आचार्य महाश्रमण

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रोहतक,
सफलता पाने की लिए अ य की सांधना आवश्यक है,जहा भय होता है वहां असफलता,हिंसा और अनेकों अपराध जन्म ले लेते है। देश की भावी पीढी अभय की सांधना करती है तो उसका भविष्य उज्जवल बन जाता है। किशोरों को अभय के साथ विनय का भी विकास करना चाहिए,ये दोंनों का जोडा लिए समाज देश व्यक्तिगत रूप से मजबूत करने वाला महान मंत्र होगा। ये वाक्य विश्व संत आचार्य श्री महाश्रमण ने किशोर मंडल के नोवें राष्ट्रीय महाअधिवेशन एवं रोहतक सर्व समाज द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में कहें।
हरियाणा प्रांत की धर्मनगरी रोहतक में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्म संघ के गयारवें अधिशास्ता युवामनीषी महातपस्वी,शांतिदूत,आचार्य श्री महाश्रमण  ने कहा बढती हिंसकवृत्त्यिो के कारणो पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ज्ञय के कारण आदमी अपराध की ओर अगसीत होता है अहिंसा का विकास करना है तो पापी से नही बल्कि पाप से डरना सीखना होंगा। महाश्रमण जी ने रोहतक के निवासियों के लिए अपनी मंगल कामना की।

इस से पूर्व महाश्रमणी साध्वी प्रमुखा श्री कनकप्रभा जी ने कहा कि आज जैसा  आयोजन उन्होंने रोहतक वासियों में विशेष उत्साह,धर्म व उंमग की ललक देखी। यह तभी संभव हुआ है जब यहां पर आचार्य श्री महाश्रमणी रूपी महा सूर्य का आगमण हुआ है। उनके सान्धिय में लोगों का संताप बढता है शहर का वातावरण शांतिमय बनता है।

रविवार को सुबह महाश्रमण अपने धवल सेना के साथ रोहतक आगमन पर समाज के लोगो ने बडे हर्ष व उल्लास के साथ स्वागत किया। सैकडों की सं या में पधारे साधु साधवी के भक्तों ने चरणों में नमन कर आर्शिवाद लिया। सुबह से ही भिवानी चुंगी पर महाश्रमण जी के दर्शन करने के लिए समाज के लोग एकत्रित हो गयें। स्वागत यात्रा भिवानी चुंगी से शुरू होकर पुराने शुगरमिल,नई अनाज मंडी,वीटीआई में से होते हुए महाराजा अग्रसेन सभागार में पहुंची। रोहतक में पहली बार सैकडों की सं या में भक्तों का नजारा देखने को था। मंच का संचालन लोकश जैन ने किया।

प्रैस प्रवक्ता राजीव जैन ने बताया कि इस स्वागत यात्रा में विभिन्न स्कूलों से आये छात्र छात्रायें स्कूल की डैस में स्वागत यात्रा की अगुवाई कर रहें थे। इसके अलावा शहर के मु य स्कूलों के बच्चों ने अपने बैंड टीम के साथ घर्म के गीतों की धुनों पर मंत्र मुग्ध कर दिया। उन्होंने बताया कि इस स्वागत समारोह के मु यातिथि जैन सभा के प्रधान एवं उधोगपति राजेश जैन थे। जबकि समारोह की अध्यक्षता प्रसिद्व समाजसेवी मनमोहन गोयल व वशिष्ठ अतिथि समाज सेवी सुरेंद्र जैन ने की। इनके अलावा रोहतक के एसडीएम अमरदीप जैन,सर्व हरियाणा बैक के चैयरमैन प्रवीन  जैन तथा श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा हरियाणा के अध्यक्ष घीसा राम जैन की विशेष उपस्थिति रही।
कार्यक्रम के अंत में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ के प्रधान श्री किष्ण जैन ने अपने सहयोगियों के साथ अतिथियों का फूल मालाओं के साथ स्वागत किया व स्मृति चिंह देकर स मानित किया।

समारोह में मुनिसुमेरमल सुदर्शन,मुनि तन्मय कुमार,मुनि जयंत कुमार,मुनि अनुशासन कुमार,मुनि धर्मसचि,मुनि जंबू कुार,साध्वी चन्दन बाल,साध्वी सुप्रकाश,डीके जैन,सुशील जैन,सलेश जैन,दिनेश जैन,नरेश जैन,मदन मोहन जैन,अनिल जैन,एसके जैन,आरबी जैन,राकेश जैन,चक्रेश जैन ,अजीत जैन,राहुल जैन,विजय बाबा,संतोष जैन,विकास जैन,रमण जैन,सरोज जैन,अनिल जैन के अलावा शहर के गणमान्य लोग ने प्रवचनों को सुना।

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