अपनी माटी के पहले अध्यक्ष बने डॉ सत्यनारायण व्यास

0
16
Apni Maati Sansthan Chair Person Dr Satya Narayan Vyasआई एन वी सी,
दिल्ली,
साहित्य और संस्कृति के प्रकल्प के रूप में अपनी माटी नामक नए संस्थान का गठन गत चार अगस्त को किया गया है। इसके पहले अध्यक्ष के रूप में हिन्दी समालोचक और कवि डॉ सत्यनारायण व्यास, सचिव श्रीमती डालर सोनी और कोषाध्यक्ष श्रीमती सीमा सिंघवी को मनोनित किया गया। चित्तौडग़ढ़ नगर में स्थित सी केड सोल्यूशंस पर एक सितम्बर को आयोजित बैठक में कार्यकारिणी का सर्वसम्मति से विस्तार किया गया। जहां उपाध्यक्ष वरिष्ठ गीतकार अब्दुल ज़ब्बार और सेन्ट्रल अकादेमी स्कूल के प्राचार्य अश्रलेश दशोरा को बनाया वहीं सहसचिव श्रीमती रेखा जैन और कार्यकारिणी सदस्य महेंद्र खेरारू को मनोनित किया गया।इसके साथ ही संस्थान के चयनित संस्थापक सदस्यों में शिक्षाविद डॉ ए एल जैन, सेवानिवृत प्राचार्य मुन्ना लाल डाकोत, गीतकार रमेश शर्मा, साहित्यकर्मी डॉ चेतन खमेसरा, स्वतंत्र लेखक नटवर त्रिपाठी, रमेश प्रजापत, व्याख्याता श्रीमती अंकिता पंचोली, आर्किटेक्ट चंद्रशेखर चंगेरिया को शामिल किया गया है।  अध्यक्ष चुने जाने के बाद अपने पहले वक्तव्य में डॉ व्यास ने कहा कि हमारे राज्य में  कुछ साहित्यकारों को लेकर बहुत ही कम काम हुआ है जिनमें मुनिजिंविजय जी से लेकर बावजी चतर सिंह जी, सूर्यमल्ल मिश्रण, संत भूरी बाई, विजय सिंह पथिक जैसे व्यक्तित्व शामिल हैं। अपनी माटी संस्था के माध्यम से हम आने वाले वक़्त में संस्कृति के सभी पहलुओं पर कार्य करेंगे। यह संस्थान धर्मनिरपेक्ष, गैर-राजनैतिक और साझेदारी के ढ़ंग से कार्य करेगा।साथ ही पत्रिका और पुस्तकों के प्रकाशन की भी योजना है। भविष्य में फिल्म फेस्टिवल सहित जनपक्षधरता पर केन्द्रित रंगमंचीय प्रदर्शन, कार्यशाला और संवाद बैठकों का भी आयोजन किया जाएगा। अव्यावसायिक रवैये वाले समानान्तर संस्थानों के साथ संयुक्त तत्वावधान में समाज सापेक्ष गतिविधियों का आयोजन भी प्रस्तावित है। सभी आयोजनों को औपचारिकतारहित और उद्देश्यकेन्द्रित किया जाएगा। नवमनोनित सचिव डालर सोनी के अनुसार अपनी माटी द्वारा अक्टूबर में पहला आयोजन होगा। आयोजन को लेकर बैठक में हुयी चर्चा का संचालन डॉ राजेन्द्र सिंघवी, डॉ राजेश चौधरी और माणिक ने किया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here