रीवा जिले की अनामिका शुक्ला मात्र 21 वर्ष की आयु में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना की मदद से तीन माह से भी कम समय में फैशन डिजाइनर बन गई हैं। ग्रामीण परिवेश में पली-बढ़ी अनामिका की प्रारंभिक शिक्षा बेलवा सुरसरी सिंह गांव में हुई, जहां उनके पिता कृषि उपकरण एवं खाद-बीज का व्यवसाय करते हैं
अनामिका का बचपन से फैशन डिजाइनर बनने का सपना था। कक्षा बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्होंने अपने पिता से फैशन डिजाइन का कोर्स करने की इच्छा जताई जिसे उन्होंने नकार दिया लेकिन माँ ने अनामिका का साथ दिया। अनामिका को भोपाल के आई.आई एफटी कालेज से फैशन डिजाइन का कोर्स करने का मौका मिल गया।
फैशन डिजाइन का कोर्स करने के बाद अनामिका रीवा लौटीं और उद्यम स्थापित करने के लिए उद्योग विभाग से सम्पर्क किया। विभाग ने उनका प्रस्ताव तैयार कर चार बैंकों में भेजा लेकिन प्रकरण अमान्य कर दिया गया। अनामिका ने हार नहीं मानी, उन्होंने प्रयास जारी रखा।
अन्ततः यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने उनके प्रकरण को स्वीकृति देकर 23 लाख 50 हजार रूपये का ऋण मंजूर किया। अनामिका का आज स्थानीय जॉन टावर में अपना स्वयं का ‘एलीगेंस बुटीक” है। यहाँ अनामिका 5 अन्य लोगों को भी रोजगार दे रही हैं।
अनामिका के पास अब सतना से भी डिजाइनिंग के आर्डर आ रहे हैं। उनका व्यवसाय दिन दूनी-रात चौगुनी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। इन्होंने शीघ्र ही मेंस डिजाइनिंग सेंटर खोलने का फैसला लिया है। युवा उद्यमी योजना ने अनामिका को कम उम्र में ही सफल उद्यमी बना दिया है। अब यह युवा उद्यमी नियमित बैंक ऋण की अदायगी कर रही हैं। साथ ही, प्रतिमाह 40-50 हजार रूपये लाभांश भी प्राप्त कर रही हैं।