
आई एन वी सी न्यूज़
चंडीगढ़,
- 2000 पुरुष और महिलाएं इस अभियान के समर्थन में आगे आये
- पुरुषों को रोजमर्रा के जीवन में एक मजबूत सुपरहीरो की तरह चारों ओर सब कुछ अपने नियंत्रण में करना सिखाया जाता है, लेकिन शायद ही कभी वे अपने स्वयं के स्वास्थ्य और वैलनेस के बारे में सोचते हैं।
सिटी में आज बियर्र्डू-थॉन के दूसरे सीजन की रेस का आयोजन किया गया, जिसमें पुरुषों की फिटनेस और स्वास्थ्य के विषय को समर्थन देने के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। बिना आयु वर्ग या लिंग बाधा के तीन तरह की दौड़ें इसमें शामिल थीं- 5 किमी, 10 किमी और 21 किमी। स्वास्थ्य और वैलनेस यूट्यूबर रणवीर अलाहबादिया, जिन्हें बियरबाइसेप्स नाम से भी जाना जाता है, ने भी इस मुद्दे के समर्थन में रेस में भाग लिया और बाद में दर्शकों के लिए उनकी एक मोटिवेशनल टॉक भी हुई। पूर्व डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस एवं पंजाब गोल्फ एसोसिएशन के मौजूदा प्रेसीडेंट, श्री सतीश कुमार शर्मा ने भी कार्यक्रम में भाग लिया। बियर्डू ने स्थानीय जिमों के साथ मिलकर भी काम किया है, जिससे उन्हें कैंसर पर जागरूकता सहित स्वास्थ्य और फिटनेस पर 360 डिग्री तक हर पहलू को कवर करने में मदद मिली। भारत में पहली बार, प्रत्येक प्रतिभागी को डब्ल्यूएलएफएलओ हैंडीक्राफ्ट्स एलएलपी के सहयोग से निर्मित जूट के बने मैडल दिये गये। ऐसा कोलकाता में अक्षम लोगों द्वारा संचालित एक संगठन की मदद के लिए किया गया।
बियर्डू-थॉन, बियर्र्डू की एक सीएसआर पहल है, जो भारत के 6 शहरों में हो रही है और इसे भारत बियर्डू क्लब द्वारा आयोजित किया जाता है।बियर्डू के को-फाउंडर, आशुतोष वलानी ने कहा, ‘एक प्रॉपर्टी के रूप में, बियर्डू-थॉन को पुरुषों के स्वास्थ्य और फिटनेस के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए पेश किया गया था। दूसरे सीजन में, हम इसे 6 शहरों में ले जा रहे हैं, ताकि लोगों को दौडऩे-भागने और स्वस्थ जीवन शैली के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने हेतु प्रोत्साहित किया जा सके। बियर्डू-थॉन उन सभी के लिए है, जो एक कंट्रीब्यूटर होने में विश्वास करते हैं और स्वास्थ्य हेतु दौड के कॉज को अपना समर्थन देना चाहते हैं।’
इस ईवेंट में भागीदारी के पीछे, हमारा मुख्य उद्देश्य लोगों को प्रोस्टेट कैंसर, इसकी शीघ्र पहचान और इलाज प्रक्रिया के बारे में शिक्षित करना है। बियर्र्डू-थॉन के माध्यम से, हम स्वस्थ जीवनशैली के महत्व और आवश्यकता के बारे में लोगों की जागरूकता बढ़ाना चाहते हैं। रोजमर्रा के जीवन में हर छोटी-बड़ी पसंद लोगों को कैंसर के पास ले आती है या दूर ले जाती है। बियर्र्डू-थॉन में कोई भी दौड़ सकता है, और इसके लिए आपको एथलीट होने की जरूरत नहीं है, सिर्फ सपोर्ट और दृढ़ संकल्प ही काफी है,’ बियर्डू के को-फाउंडर, प्रियांक शाह ने कहा।