
आई एन वी सी न्यूज़
जयपुर,
कुलाधिपति एवं राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि शिक्षा का तात्पर्य विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास है जिसमें विद्यार्थी राष्ट्र एवं समाज के निर्माण में अपनी महती भूमिका निर्वहन करते हैं।
राज्यपाल श्री मिश्र सोमवार को अलवर के प्रताप ऑडिटोरियम में आयोजित राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा जीवन की दिशा का निर्धारण करती है साथ ही अपने अधिकारों के साथ कर्तव्य बोध से भी जोड़ती है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से आह्वान किया कि विश्वविद्यालय में सौहार्द के वातावरण निर्माण के साथ समयबद्ध योजना बनाकर आगे बढ़ें और अपने जीवन का लक्ष्य अर्जित करें।
राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त की कि विश्वविद्यालय में श्रेष्ठ अकादमिक प्रदर्शन करने में बेटियां अग्रणी हैं। आज के इस दीक्षान्त समारोह में 34 स्वर्ण पदकों में से 27 स्वर्ण पदक, 1 कुलाधिपति पदक तथा सभी 4 रजत पदक यहां अध्ययन करने वाली बेटियों ने प्राप्त किये है। उन्होंने बेटियों को बधाई देते हुए कहा कि इतने पदक लड़कियों को मिलने का अर्थ है, बेटियों को यदि अवसर मिले तो वे आकाश छू सकती हैं। मैं यह मानता हूं कि एक बेटी किसी परिवार में पढ़ लेती है तो दो परिवारों का उत्थान करती हैं। मैं चाहता हूं वे आगे बढ़ें और निरंतर जीवन में उत्कर्ष के शिखरों को छूएं।
कुलाधिपति ने कहा कि संविधान हमारा मूल ग्रन्थ है जिसकी प्रस्तावना में राष्ट्र की मूल भावना का उल्लेख है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में आज युवा पीढ़ी को संविधान में प्रदत कर्तव्यों को आचरण में लाकर आगे बढ़ना चाहिए तभी ये कदम राष्ट्र निर्माण में मील का पत्थर साबित होंगे।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री राजेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा को बढावा देने की दिशा में लगातार ऎतिहासिक कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि बेटियों की शिक्षा पर विशेष जोर दिया गया है जिसके तहत एक साथ सभी 10वीं के स्कूलों को 12वीं के स्कूल में क्रमोन्नत किया है तथा 8वीं से सीधे 12वीं कक्षा तक के 500 स्कूल और खोले जाएंगे। प्रदेश में बालिकाओं के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की राज्य सरकार ने नए कॉलेज खोलने के साथ ही विगत तीन वर्षों में जिले में 7 तथा प्रदेश भर में 177 नए कॉलेज खोले हैं।
राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जे.पी यादव ने मत्स्य
विश्वविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए पिछले एक वर्ष में अर्जित उपलब्धियों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के भवन निर्माण मालाखेडा तहसील के ग्राम हल्दिना में 123 एकड़ भूमि पर लगभग तैयार होने की स्थिति में है।
कुलाधिपति श्री मिश्र ने उपस्थितजन को संविधान के प्रस्तावना और मूल कर्तव्यों का वाचन करवाया।
राज्यपाल ने सत्र 2019-20 के लिए शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु हिना शर्मा (वाणिज्य) को चांसलर मेडल तथा 34 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक एवं 4 छात्राओं को रजत पदक देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर जिला प्रमुख श्री बलबीर सिंह छिल्लर, कुलसचिव श्री रोहिताश यादव सहित प्रशासनिक अधिकारी, विश्वविद्यालय के सभी डीन, निदेशक गण, प्रबन्ध मण्डल के सदस्यगण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।