राज्य की अमीर सांस्कृतिक विरासत संबंधी भविष्य पीढिय़ों को अवगत् करवाने के लिए यह यादगारें प्रकाश पुंज का कार्य करेंगी : बादल
आई एन वी सी न्यूज़
चंडीगढ़,
राज्य की शानदार सांस्कृतिक विरासत को संभालने के लिए आरंभ किये प्रयासों को जारी रखते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल ने लगभग 25 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली तीन और गौरवमयी यादगारों का कार्य आरंभ करने के लिए हरी झंडी दे दी है।
आज सुबह अपने निवास स्थान पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुये मुख्यमंत्री ने फिरोज़पुर में भाई मरदाना यादगार, जालंधर के करतारपुर में श्री गुरू विरजानंद स्मारक और फतेहगढ़ साहिब में बाबा मोतीराम मैहरा यादगार बनाने की सहमति देते हुये इन यादगारों का कार्य तेजी से आरंभ करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि यह यादगारें राज्य की अमीर सांस्कृतिक विरासत संबंधी भविष्य पीढिय़ों को अवगत् करवाने के लिए प्रकाश पुंज का कार्य करेंगी। उन्होंने कहा कि इन यादगारों को समय पर पूरा करने के लिए इनका कार्य शीघ्र अति शीघ्र आरंभ किया जाये।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को बताया गया कि फिरोज़पुर में बनाई जा रही भाई मरदाना यादगार क ा रूप बहुत अधिक विलक्षण होगा। यह भाई मरदाना जी को एक श्रद्धांजलि होगी जोकि श्री गुरू नानक देव जी के समकाली थे। यह यादगार 0.72 एकड़ रकबे में बनाई जायेगी। इसमें अति आधुनिक गैलरी बनाई जायेगी जिसमें भाई मरदाना जी के जीवन इतिहास को मूर्तिमान किया जायेगा। इसके अतिरिक्त यहां एक संगीत अकादमी भी बनाई जायेगी जोकि क्लासीकल गुर्बानी में विद्यार्थीयों को प्रशिक्षण मुहैया करवायेगी। इसी दौरान यह भी बताया गया कि श्री गुरू विरजानंद स्मारक करतारपुर में बनाई जा रही है जोकि आर्य समाज के निर्माता स्वामी दयानंद सरस्वती के अध्यापक की जन्मभूमि है। यह आर्य समाज लहर के अनुसंधान केंद्र के तौर पर उभरकर सामने आयेगी। यह यादगार 0.93 एकड़ रकबे में बनाई जायेगी। इसमें एक गैलरी होगी जहां स्वामी विरजानंद और स्वामी दयानंद सरस्वती के दर्शन और जीवन को मूर्तिमान किया जायेगा।
इसी प्रकार ही फतेहगढ़ साहिब में बाबा मोती राम मैहरा जी की यादगार को रूप दिया जायेगा जिन्होंने छोटे साहिबजादों की शहीदी से पहले उनको और माता गुजरी जी को ठंडे बुर्ज पर दुध पिलाया था। इस यादगार को एक शानदार नक्शे के द्वारा बढिय़ा रूप दिया जायेगा। इस अवसर पर बैठक में उपस्थित अन्यों में विशेष प्रधान सचिव मुख्यमंत्री श्री के जे एस चीमा, मुख्य आर्किटैक्ट पंजाब सपना, उपायुक्त जालंधर श्री के के यादव, उपायुक्त फिरोजपुर श्री डी पी एस खरबंदा और उपायुक्त फतेहगढ़ साहिब श्री कमलजीत सिंह संघा और पूर्व मंत्री जत्थेदार हीरा सिंह गाबडिय़ा शामिल थे।