
पूर्व मंत्री सेठ श्री किशन दास की याद में सुनारियां जेल में चल रहे निशुल्क योग शिविर का आज तीसरा दिन था। पांच दिन तक चलने वाले शिविर में आज प्रसिद्ध समाजसेवी एवं उद्योगपति सेठ मनमोहन गोयल बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। उपस्थित बंदियों को संबोधित करते हुए मनमोहन गोयल ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी में मनुष्य का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है तथा रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जीवन में योग को अपनाया जाए तो बीमारियों से बचा जा सकता है। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को प्रतिदिन योग अवश्य करना चाहिये।
योग गुरू स. हवा सिंह सैनी ने उपस्थित साधकों को योग क्रियाओं का अभ्यास करवाते हुए कहा कि शूगर के रोगियों के लिए मंडूक प्राणायाम बहुत लाभकारी है। शूगर के रोगी इस प्राणायाम को प्रतिदिन करें तभी उन्हें इसका पूरा लाभ मिलेगा। सैनी ने बंदियों को कपाल भाति, अनुलोम-विलोम, पवन मुक्त आसन, ब्रज आसन, कपोली, पम्पिंग प्राणायाम, भाम्बरी, उदगीर आदि प्राणायाम का अभ्यास करवाया।
मुख्य अतिथि मनमोहन गोयल का जेल प्रशासन द्वारा फूल मालाओं द्वारा स्वागत किया गया। मुख्य अतिथि ने ताजा फलों व सब्जियों का जूस अपने हाथों से बंदियों को वितरित किया। इस अवसर पर उन्होंने 1500 गर्म कम्बल कैदियों को देने, योग करते समय बिछाने के लिए मैट देने की घोषणा की। मुख्य अतिथि ने जेल परिसर में पौधारोपण भी किया।
इस शिविर में जेल अधीक्षक दयानन्द मंडौला, उप अधीक्षक तेज सिंह, योग शिक्षक ईश्वर अग्रवाल, रमेश जुनेजा, मनोहर लाल महता, मोहन जैन, बिट्टू सैनी, जोगेन्द्र सैनी तथा जेल प्रशासन के अधिकारी, कर्मचारी व हजारों कैदी उपस्थित थे।
इस शिविर में जेल अधीक्षक दयानन्द मंडौला, उप अधीक्षक तेज सिंह, योग शिक्षक ईश्वर अग्रवाल, रमेश जुनेजा, मनोहर लाल महता, मोहन जैन, बिट्टू सैनी, जोगेन्द्र सैनी तथा जेल प्रशासन के अधिकारी, कर्मचारी व हजारों कैदी उपस्थित थे।