
भारत सरकार द्वारा दोगला रवैया अपनाने का आरोप
आई एन वी सी न्यूज़
चंडीगढ़ ,
संयुक्त राष्ट्र में शिरोमणि अकाली दल (अ) नें हरियाणा में जाट आरक्षण में पुलिस-प्रशाशन द्वारा सरेआम गोलियां चला कर जाट समुदाय के युवाओं की हत्या कर उन्हें शहीद कर झूठे मुकदमें दर्ज कर सैंकड़ों जाट युवाओं को जेलों में डालना एसआईटी जांच में निर्दोष सिद्ध युवाओं पर दोबारा एसआईटी जांच बैठा कर कौम के जिंदा शहीदों को जेलों में बंद कर जमानत न होने देना, झूठे मुरथल गैंग रेप जैसे मामले बना कर जाट कौम को बदनाम करना आदि मुद्दों पर यूएन में प्रदर्शन कर व ज्ञापन देकर इतिहास रचा गया। यह जानकारी देते हुए अन्तर्राष्ट्रीय जाट कोर्डिनेशन कमेटी के हरियाणा प्रभारी अशोक कुमार श्योराण ने बताया कि जाटों के इस कदम से वैश्विक स्तर पर हमारी मांग पहुंची है। उन्होंने कहा कि सरकार की वादाखिलाफी के लिए ही उनके संगठन ने यूएन में प्रदर्शन किया है।
अशोक कुमार ने बताया कि भारत सरकार द्वारा अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र में स्थित परमानेंट मिशन आफ इंडिया द्वारा आज बाबा साहेब डा. भीम राव अम्बेडकर जी की 127वीं जयंती मनाई गई। यह जयंती बहुजनों को दरकिनार करते हुए मनाई जा रही थी, इस वजह से वहां मौजूद अमेरिका में उनके संगठन, यूनियनिस्ट मिशन व शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के सदस्यों के साथ सर पर काली पट्टियां बांंध कर तथा हाथ में तख्तियां लिऐ भारत सरकार द्वारा संयुक्त राष्ट्र में मनाई जा रही बाबा साहेब की तथाकथित जयंती का कड़ा विरोध किया। विरोध कर रहे सिखोंं ने तख्तियों पर भारत में सरकार द्वारा बहुजन मूलनिवासियों पर किऐ जा रहे अत्याचारों हरियाणा जाट आरक्षण में मारे गए जाट शहीदों जेलों में बंद जाट कौम के जिंदा शहीदों की तस्वीरों को दिखाकर शांतिपूर्ण ढंग से विरोध जताया। इस अवसर पर रोहतक के मनोज दूहन, सुदीप कलकल के बैनर के साथ प्रदर्शन किया। संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में यह पहली घटना है जब किसी व्यक्ति या संस्था द्वारा अंदर जाकर विरोध किया गया हो।
बाहर निकलते ही पुलिस ने विरोध कर रहे जाटों व जट सिक्खों को घेरा :
जैसे ही जाट यूएन हाल से विरोध करके बाहर निकले तो पुलिस के आला अधिकारियों नें उन्हें चारों तरफ से घेर लिया। पुछताछ करते हुए पुलिस अधिकारियों ने उन्हे पूछा की विरोध करने के लिए बाहर जगह बनी हुई है उसकी भी परमिशन पहले लेनी पडती है लेकिन आप अंदर कैसे चले गए तो सरदार सरबजीत जट्ट और साथियों ने पुलिस प्रशासन को बताया की वो लोग पहले भी कई बार बाहर खडे होकर रोष प्रदर्शन कर चुके हैं। लेकिन कान से बहरे हो चुके अधिकारियों तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए उन्हे अंदर जाने के लिऐ मजबूर होना पडा। उन्होने कहा की हम लोग बामसेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम व यूनियनिस्ट मिशन के मनोज दूहन के अनुयाई हैं और हम लोग संविधान के खिलाफ कोई काम नहीं करते। उन्होने अंदर बिल्कुल शांतमई होकर विरोध प्रदर्शन किया। अगर आपको लगता है की हमने कोई कानून तोडा या शांति भंग की है तो आप हमें हिरासत में ले सकते हैं हम जेल जाने को भी तैयार हैं। बाद में बिना किसी अपराध और शांतिपूर्व प्रदर्शन के चलते पुलिस ने उन्हे छोड दिया।
विरोध जता रहे अमेरिका के शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के मीडिया प्रभारी सरदार सरबजीत सिंह ने कहा की भारत सरकार बाबा साहब के अनुयायीयों का भारत देश में कत्लेआम कर रही है और यहां संयुक्त राष्ट्र में बाबा साहेब की तथाकथित जयंती मनाने का ढोंग कर रही है। आज उनके साथी बूटा सिंह कंधौला अध्यक्ष शियद(अ) अमेरिका, जोगा सिंह (न्यू जर्सी), अमनदीप सिंह युवा अध्यक्ष अमेरिका ने आज यू ऐन औ में जाकर आर.एस.एस. तथा ब्राहमणवादी लोगों को नंगा कर दिया है। आज का दिन सुनहरी पन्नों में लिखा जायेगा जिसमें सिक्खों ने इंडिया के परमानेंट मिशन का पुरजोर विरोध किया।
रबजीत सिंह ने कहा कि भारत में आरएसएसभाजपा के गुंडो द्वारा एससी/एसटी व ओबीसी लोगों के साथ साथ सिखों, जाटों, मुस्लमानों, ईसाईयों, लिंगायतों तथा बुद्धिष्ट लोगों को मारा जा रहा है। हमारी छोटी-छोटी बच्चियों के साथ बीजेपी के मंत्रियों, वर्करों तथा पुलिस अधिकारियों द्वारा गैंग_रेप किऐ जा रहें हैं। अनुसूचित जाति जन जाति (एससी/एसटी ) एक्ट को सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट के सहारे खत्म किया जा रहा है। उन्होंने कहा की भारत सरकार की मोदी सरकार निर्दोष सिक्खों, मुस्लमानों को बेवजह परेशान कर रही है। लगभग 50000 के करीब निर्दोष सिक्खोंं, सैंकडों जाटों को जाट आरक्षण के नाम जेल में कैद किया जा चुका है। इसलिए आज हमने इस मनुवादी ब्राहमणवादी सरकार द्वारा आयोजित परमानेंट मिशन ऑफ इंडिया का कार्यक्रम लेने पर विरोध किया है।
उन्होने संयुक्त राष्ट्र में मनाऐ जा रहे कार्यक्रम का विरोध जताते हुए सारी घटना का सोशल मीडिया की फेसबुक पर लाईव प्रसारण दिखाया और भारत तथा विदेशों में बसे सभी बहुजनों को अनुरोध किया की इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि जादा लोगों तक सरकार के काले कारनामों के बारे में जानकारी हो सके।
सरदार सरबजीत सिंह अमेरिका में बहुजन मूलनिवासियों की आवाज बुलंद करने में कभी नहीं चूकते। शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के अध्यक्ष स. सिमरनजीत सिंह मान बामसेफ यूनियनिस्ट मिशन मनोज दूहन के साथ मिलजुकर काम कर रहें है और पिछले साल बामसेफ भारत मुक्ति मोर्चा की दुसरी विश्व कांफ्रेंस कोलंबिया विश्वविद्यालय में मनाई गई थी वहां सरदार सरबजीत सिंह जी ने जोरदार भाषण दिया था। बामसेफ से जुडे होने के कारण ही उन्होने आज संयुक्त राष्ट्र में बाबा साहेब डा. भीम राव अम्बेडकर की ब्राहमणों द्वारा जयंती मनाने का विरोध किया जिसमें बहुजन लोगों को पूरी तरह से इस कार्यक्रम से दूर रखा गया। उन्होने कहा की बहुजन लोगों को जयंती न मनाने देने से भारत सरकार ने ना केवल बहुजनों का अपमान किया बल्कि बाबा साहेब का भी अपमान किया है।
उन्होने कहा की आज खालसा का जन्म दिवस है, खालसा पंथ की स्थापना दिवस पर कल बैसाखी का त्यौहार मनाया जा रहा है। खालसा दिवस का मतलब जोर जुल्म का विरोध करना है आज खालसे ने अपनी पुरानी रवायतों को फिर से दोहराते हुए आज युनाईटेड नेशन के अंदर जाकर जालिमों को नंगा कर दिया है। उन्होनें यह भी कहा की जिन बहुजन संस्थाओं के लोगों ने उन्हे विरोध प्रर्दशन करने बुलाया था वो खुद ही अंदर जाने से कतरा गए फिर सिक्खोंं को ही विरोध करना पडा। उनके साथ दो तीन एस सी लोग भी साथ अंदर विरोध करने गए।
ज्ञात हो कि पिछले महीने फाऊंडेशन फार हयूमन होरिजोन तथा बहुजनों की अन्य संस्थाओं द्वारा संयुक्त राष्ट्र में भीम राव अम्बेडकर की जयंती मनाने पर रोक लगाते हुए संयुक्त राष्ट्र ने अनुमति रद्द कर दी थी। जिसके चलते पूरे देश में तथा विश्व में बसे बहुजनों के मन को बहुत ठेस पहुंची थी। भारत सरकार के संयुक्त राष्ट्र में स्थित परमानेंट मिशन आफ इंडिया द्वारा संयुक्त राष्ट्र को प्रभावित करके यह कार्यक्रम रद्द करवाया गया था। जिसे आज खुद सरकार के परमानेंट मिशन द्वारा बहुजनों को दर्किनार करके मनाने की कोशिश करते वक्त सिखों ने जमकर विरोध कर डाला।