
लखनऊ. देश-प्रदेश में भारतीय नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ हुए प्रदर्शनों को लेकर शुरू हुई सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. उत्तर प्रदेश में भारतीय संशोधन कानून के विरोध के नाम पर हुई आगजनी, पथराव और फायरिंग में 18 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर योगी-मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीते दिनों कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने बिजनौर जाकर हिंसा में मारे गये युवक के परिजनों से मुलाकात कर सरकार पर जमकर निशाना साधा था. फिर मेरठ में मारे गये 4 लोगो के परिजनों से मिलने पहुंचे प्रियंका और राहुल गांधी को शहर की सीमा पर ही रोक कर वापस दिल्ली भेज दिये जाने पर कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया था.
अब लखनऊ पहुंचे पूर्व केन्द्रीय मंत्री आनंद शर्मा (Anand Sharma) ने कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेसवार्ता कर नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध के नाम पर हो रहे प्रर्दशनों को लेकर योगी-मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा.
मीडिया से मुखातिब पूर्व केन्द्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि ‘नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर सरकार झूठ बोल रही है. इसकी सबसे बड़ी चोट हिन्दुस्तान के गरीब लोगों पर पड़ेगी क्योंकि देश के गांवो मे रहने वाले लोगो के पास जन्म-मृत्यु से जुड़ा कोई प्रमाण नहीं है. न ही अन्य आवश्यक दस्तावेज है. यूपी में जहां आज भी 38 फीसदी लोगों का जन्म से जुड़े रजिस्टर और 43 फीसदी का नाम मृत्यु से जुड़े रजिस्टर में दर्ज नहीं है. यही हमारी आपत्ति का आधार है. हम इस पर राजनीति नहीं कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री की मैं निंदा करता हूं: आनंद शर्मा
पूर्व केन्द्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि प्रजातंत्र में लोगों को अपनी आवाज उठाने का अधिकार है. सरकार के साथ प्रधानमंत्री और यहां के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ये जिम्मेदारी है कि वे लोगों की आवाज को सुनें. लोगों की आवाज दबाएं नहीं. यहां के मुख्यमंत्री की मैं निंदा करना चाहता हूं. कैसे शब्द का इस्तेमाल किया? एक तो मुख्यमंत्री हैं, संवैधानिक पद पर हैं. दूसरा गेरूआ कपडे पहनते हैं, योगी हैं. योगी धमकी देते हैं, बदला लेने की बात करते हैं. किससे बदला लेंगे? हमारे बेटे-बेटियों, छात्रों, गरीब अल्पसंख्यकों से बदला लेंगे? कितनों से बदला लोगे और किस बात का बदला लोगे? इनको यूपी के लोगो से माफी मांगनी चाहिए.
सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में हो न्यायिक जांच
अंत में पूर्व केन्द्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि पूरे देश को दिखाया गया है कि कौन गोली चला रहे हैं? यूपी का भी दिखाया गया है. बिजनौर के एसपी का वाकी-टाकी पर जो वायरलेस मैसेज है, वो पूरा रिकार्ड होकर बाहर आ गया है. इसलिये यूपी में जो गोली चली है, लोगों की जाने गई है. इस पर सुप्रीम कोर्ट की देख-रेख में न्यायिक जांच होनी चाहिए. निष्पक्ष जांच हो, सच्चाई सामने आए. यहां की सरकार जो जांच करायेगी, उस पर कोई विश्वास नहीं है. पीएलसी। PLC.