
आई एन वी सी न्यूज़
राँची,
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि साहेबगंज गंगा पुल का शिलान्यास माननीय प्रधानमंत्री के कर कमलो द्वारा आगामी मार्च महीने में किया जाएगा। सेतु लोगों को जोड़ने का काम करती है और हमारी सरकार लोगों के कल्याण के लिए कृतसंकल्पित है। साहेबगंज – बंगाल पुल के निर्माण हेतु संभाव्यता रिपोर्ट के आधार पर डीपीआर तैयार कराया जाएगा। उक्त बातें आज मुख्यमंत्री ने साहेबगंज जिले के राजमहल अनुमंडल में उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर राजकीय माघी पूर्णिमा मेला के शुभारम्भ के अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं एवं तीर्थयात्रियों की अपार जनसमूह को संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासियों का कुम्भ माने जाने इस मेले को और भव्यता प्रदान करने के लिए मेला प्राधिकार का गठन शीघ्र ही किया जाएगा जिसमे बुद्धिजीवियों एवं गणमान्य लोगों को शामिल किया जाएगा।् उन्होंने इस अवसर पर उपायुक्त साहेबगंज को निदेश दिया की वह चयचम्पागढ सामुदायिक भवन के निर्माण हेतु स्थल का चयन शीघ्र करे जहाँ परंपरागत आदिवासी धर्मगुरुओं एवं बुद्धिजीवियों की बैठके आयोजित कर युवाओ का मार्गदर्शन किया जा सके। उन्होंने कहा कि दिसोम मांझी थान तथा जहर थान का भी निर्माण शीघ्र किया जाएगा।
श्री दास ने इस अवसर पर कहा कि भारत में माँ गंगे के प्रति लोगों में बड़ी आस्था है जीवनदायनी माता गंगा सभी मनुष्यों की जरूरतों को पूरा करती है, जिन ऋषि मुनियों तथा गुरुओं के द्वारा हमारे भारतवर्ष को अध्यात्मिक स्वरूप प्रदान किया गया उनके हृदय में भी गंगा के प्रति अपार श्रद्धा है। आदिवासी प्रकृति प्रेमी होते है इसीलिए जंगल व नदियों एवं झरनों आदि के करीब रहना पसंद करते हैे। उन्होंने कहा कि हम अपनी और अपने देश की संस्कृति को अक्षुणण बनाये रखना है। उन्होंने कहा कि हमे बड़े सौभाग्यशाली है की 83 किलोमीटर लम्बी गंगा तट हमारे राज्य में है, यह गंगा हमारी आन बान व शान है। हमें गंगा को प्रदुषणमुक्त एवं स्वच्छ व निर्मल बनाना है। उन्होंने कहा कि किसी भी पूजा के उपरांत गंगा नदी में मूर्तियों का तथा पुष्प का विसर्जन नहीं किया जाय। म्ुख्यमंत्री ने उपायुक्त को निदेश दिया कि एक बड़ी हांड़ी का निर्माण करवाए जिसमे गंगा जल रखा हो ताकि उसमे पूजा समाप्ति के उपरांत मूर्तियों एवं फूलों का विसर्जन कराया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासियों के कल्याण के लिए सरकार ने 15 जिले में आदिवासी विकास परिषद् बनाया है जहाँ मांकी मुंडा परहा आदि परम्परागत आदिवासी संस्कृति के लोग बैठके करेंगे एवं महिला स्वयं सहायता समूह बनाए जाएँगे और 1 लाख रुपये दिए जाएँगे तथा छोटे रोजगार शुरू करने के लिए 2 लाख रुपये दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शासक शासन और जनता तीनों मिलकर एक मजबूत लोकतंत्र का निर्माण कर सकते है इसीलिए योजना बनाओ अभियान की शुरुआत की गई ताकि ग्रामीणों के भागीदारी से नयी योजनाएं बनाई जा सके। किसान से बड़ा कोई इंजीनियर नहीं हो सकता ग्रामीणों को इस बात की बेहतर समझ है कि डोभा चेक डैम बोरा बांध इत्यादि किस स्थल पर बनाये जा सकते हैं हम उनके इस गुण का इस्तेमाल करंेंगे। उन्हांेने इस अवसर पर नवयुवकों से अपील किया कि वह हडिया दारू से दूर रहे तथा पढाई पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने बालिकाओं की शिक्षा पर विशेष बल देते हुए कहा कि पहले पढाई फिर विदाई। उन्होंने कहा कि चार साल के अन्दर हरेक विधानसभा क्षेत्र में महिला कॉलेज बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कुल 15435.694 लाख रुपये की विभिन्न विकास योजनओं का अॉनलाइन शिलान्यास एवं उद्घाटन किया। 144. 012 लाख की लागत से नवनिर्मित परिसदन 523.678 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित अनुमंडल कार्यालय का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने अनुकम्पा के आधार पर नियुक्ति पत्र का भी वितरण किया।
मुख्यमंत्री ने मेला के शुभारम्भ के अवसर पर स्मारिका का विमोचन भी किया। विधायक राजमहल श्री अनंत ओझा ने इस माघी पूर्णिमा मेले को राजकीय मेला घोषित करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया।् श्री विजय हांसदा माननीय सांसद राजमहल लोकसभा ने कहा कि माघी पूर्णिमा मेला आदिवासियों का कुम्भ है तथा समृद्धशाली वैभवशाली आदिवासी संस्कृति का जीवंत उदाहरण है। श्री ताला मराण्डी सभापति अनुसूचित जनजाति एवं कल्याण समितिए झारखण्ड विधानसभा ने कहा की यह सरकार आदिवासियों के कल्याण का कार्य कर रही है। इस अवसर पर, गंगा मिशन से जुड़े जितेंद्रानंद सरस्वती सहित साहेबगंज जिले के सभी वरीय पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में जनसमूह उपस्थित थे।