
नई दिल्ली,
भारत और ब्रिटेन के बीच पेट्रोलियम और गैस क्षेत्र में आपसी सहयोग पर विचार विमर्श करने के लिए ब्रिटेन की ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन संसदीय उप मंत्री बैरोनेस संदीप वर्मा ने आज पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेन्द्र प्रधान से भेंट की। सुश्री वर्मा ने कहा कि ब्रिटेन की कई कंपनियां पहले ही भारत में निवेश कर चुकी हैं और ब्रिटिश सरकार की नजर इस बात पर है कि भारतीय बाजार कैसे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी नज़र इस बात पर भी है कि कैसे भारतीय बाजार अधिक प्रतिस्पर्धात्मक हो ताकि ब्रिटेन की अन्य कंपनियों को भारत में निवेश के किए प्रोत्साहित किया जा सके। बैठक के दौरान भारत की ई एण्ड पी और विदेशी निवेश के जरिए ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के बारे में जानकारी दी गई। यह भी बताया गया कि भारतीय सार्वजनिक उपक्रम ब्रिटेन की कंपनियों समेत अन्य विदेशी कंपनियों के साथ संयुक्त उपक्रम गठित करने के इच्छुक हैं। भारत शेल गैस/तेल, गैस हाइड्रेट्स और सैंड ऑयल के अंवेषण समेत ई एंड पी क्षेत्र में प्रौद्योगिकी और सूचना साझा करने वाले संभावित सहयोगियों का स्वागत करता है। बैरोनेस ने इस बात पर सहमति जताई कि ब्रिटेन और भारत इस क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रचलनों को साझा कर सकते हैं ताकि उत्पादकता बढ़ायी जा सके। इस निर्णय के साथ बैठक समाप्त हुई कि हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में आपसी सहयोग को और आगे बढ़ाने के लिए दोनों देशों की कंपनियां आपस में बातचीत करेंगी।