जे. इकबाल
इस्लामाबाद।
तीन बलूच नेताओं की हत्या के बाद से पकिस्तान में अभी तक हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं. इन राष्ट्रवादी नेताओं की हत्या के विरोध में बंद के दौरान दक्षिण पश्चिमी बलूचिस्तान में रविवार को हुई हिंसक घटनाओं में एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। हिंसा के चलते बलूचिस्तान के अंदरूनी शहरों में उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।

बंद से बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा और ग्वाडर, तुरबत, पंजगुर तथा हब जैसे शहर प्रभावित हुए हैं। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने प्रांत भर में सरकारी इमारतों पर हमला कर दिया। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हवाई फायर किए और आंसू गैस के गोले छोड़े। डेरा मुराद जमाली जिले में एक पुलिस थाने पर बंदूकधारियों की गोलीबारी में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। वहीं, हिंसा की विभिन्न घटनाओं में दो पुलिसकर्मी सहित तीन व्यक्तियों की मौत हो गई।

गौरतलब है कि गत गुरुवार हिंसा तब भड़की जब बलूचिस्तान नेशनलिस्ट मूवमेंट [बीएनएम] के प्रमुख गुलाम मोहम्मद बलूच, बीएनएम नेता लाला मुनीर और बलूच रिपब्लिकन पार्टी के नेता शेर मोहम्मद बुग्टी के क्षत-विक्षत शव ईरान से सटी सीमा के पास से बरामद किए गए। पुलिस ने कहा कि तीनों का तुरबत कस्बे के एक स्थानीय वकील के कार्यालय से गत तीन अप्रैल को अज्ञात बंदूकधारियों ने अपहरण कर लिया था। इन नेताओं के समर्थकों का आरोप है कि कुछ दिनों पहले सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें हिरासत में लिया था, जिसके बाद से ही वे लापता थे, जबकि सेना के प्रवक्ता ने विरोधी तत्वों को इन हत्याओं के लिए ज़िम्मेदार ठहराया है.

प्रदर्शनकारियों ने क्वेटा से दक्षिणी बंदरगाह शहर वाले कराची जाने वाले राजमार्ग पर कई स्थानों पर चक्काजाम कर दिया है। तीन बलूच नेताओं की हत्या के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन से एक दर्जन से अधिक लोग मारे गए हैं।

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