
आई एन वी सी न्यूज़
जयपुर,
कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रभुलाल सैनी ने कहा कि प्रदेश में जैविक कृषि को प्रोत्साहित किए जाने के साथ ही कृषि में तकनीक का उपयोग करते हुए संरक्षित खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कृषि में उत्पादन-उत्पादकता-गुणवत्ता और पशुपालन में पशु संवर्धन-प्रजनन-उन्नयन को ध्यान में रखते हुए कार्य किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कृषि, पशुपालन, उद्यानिकी, मत्स्य पालन व अन्य तकनीकों का किसानों के बीच व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिए राज्य के 30 जिला मुख्यालयों पर 25 करोड़ 62 लाख रुपए की लागत से जिला स्तरीय कृषि तकनीकी ज्ञान सन्दर्भ केन्द्र खोले जाएंगे। उन्होंने ग्रीन हाउस, शेडनेट, पैक हाउस और कोल्ड स्टोरेज निर्माण के लिए अनुदानों की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य में पशुधन के संवर्धन के लिए 665 पशु चिकित्सकों एवं 600 पशुधन सहायकों की भर्ती होगी। कृषि मंत्री ने श्रीगंगानगर की तर्ज पर कोटा, जयपुर एवं खैरथल की मण्डियों में भी एग्रो ट्रेड टॉवर बनाए जाने की भी घोषणा की।
श्री सैनी ने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद और वृद्घि दर बढ़ाने के लिए कृषि क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन करने होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कृषि वर्षा का जुआ है। उन्होंने पिछले दिनों प्रदेश में हुई बेमौसम वर्षा और ओलावृष्टि से किसानों को हुए नुकसान का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने त्वरित प्रयास कर किसानों को राहत पहुंचाई है।
उन्होंने खेती में नवाचार की आवश्यकता बताते हुए कहा कि वर्तमान सरकार के प्रयासों से प्रदेश में खजूर और जैतून जैसी पौध का प्रयोग सफल रहा है और जैतून उत्पादन के मामले में प्रदेश देश में प्रथम राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि इन पौधों पर प्राकृतिक आपदाओं का ज्यादा असर नहीं होता है इसलिए प्रदेश में इस तरह की खेती प्रासंगिक है। उन्होंने घोषणा की कि 10 लाख रुपए की लागत से सलाद के रूप में जैतून का प्रदर्शन केन्द्र शुरू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अलसी जैसे औषधीय पौधे और पुहाड़ जैसी जड़ी बूटी के महत्व को देखते हुए इनकी खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही हरित, पीत, नीली, श्वेत क्रांति के बाद अब प्रोटीन क्रांति लाई जाएगी और इसके लिए दलहन उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा।
श्री सैनी ने कहा कि अपना खेत अपना काम योजना और फार्म पौंड योजना के साथ अब नरेगा को भी जोड़ दिया गया है जिससे कच्चे काम भी कराए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि उपज की गारंटी योजना के प्रस्ताव केन्द्र को भेजे गए हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि इस वर्ष 153 करोड़ रुपये की लागत से 1700 किसान सेवा केन्द्रों का निर्माण किया जाएगा। श्री सैनी ने उद्यानिकी एवं संरक्षित खेती को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न श्रेणियों में अनुदान की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि पांच हजार हैक्टेयर क्षेत्र में फल बगीचों की स्थापना के लिए 9 करोड़ रुपए, 3 लाख वर्गमीटर क्षेत्र में ग्रीन हाउस की स्थापना के लिए 12 करोड़ 79 लाख रुपए, 50 हजार वर्गमीटर क्षेत्र में शेडनेट की स्थापना के लिए एक करोड़ 77 लाख रुपए, 50 पैक हाउस स्थापित करने के लिए एक करोड़ रुपए एवं दो कोल्ड स्टोरेज की स्थापना के लिए 2 करोड़ रुपए का अनुदान किसानों के हित में उपलब्ध कराया जाएगा।
श्री सैनी ने सांचोर में निजी कंपनी द्वारा बाजरे के बीज पैसे लेकर वितरण करने के आरोप पर स्पष्ट करते हुए कहा कि इस संबंध में 7 दिन में जांच कराई जाएगी और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। साथ ही कृषि उपज मंडियों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती प्रक्रिया पर उठाए गए सवाल के संबंध में कहा कि ये भर्तियां पूरी पारदर्शिता के साथ की जा रही हैं और किसी शिकायत की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। यदि कोई दोषी पाया गया तो कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।