मुर्तजा किदवई ,
आई.एन. वी.सी.,,
दिल्ली ,,
राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने आज संसद को संबोधित किया। इस अवसर पर राष्ट्पति ने आशा प्रकट की कि नए दशक का पहला सत्र उपयोगी रहेगा। श्रीमती पाटिल ने कहा कि सरकार ने बादल फटने की प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लद्दाख के लोगों को राहत और पुनर्वास के लिए प्रभावी उपाय किए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बाकी बचे कार्य को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। श्रीमती पाटिल ने हाल ही में पंडित भीमसेन जोशी के निधन पर खेद प्रकट करते हुए कहा कि उनकी मृत्यु से हमारे देश के सांस्कृतिक जीवन में हुई रिक्तता को भरना मुश्किल होगा। राष्ट्रपति ने पिछले साल हुए राष्ट्रमंडल खेलों में खिलाड़ियों ने अभूतपूर्व प्रदर्शन किया। इस दौरान दिल्ली के नागरिकों ने अनुकरणीय अनुशासन और शालीनता का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि इन उपलब्धियों पर हमें गर्व है।
श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने कहा कि देश बहुत मुश्किल दौर से गुजर रहा है। पिछले साल मुद्रास्फीति समस्या बनी रही। देश के कुछ भागों में अत्यधिक हिंसा हुई, खासतौर पर वामपंथी उग्रवाद प्रभावित और कश्मीर घाटी के क्षेत्र हिंसा से जयादा प्रभावित रहे। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार मुद्रास्फीति से निपटने और खासतौर से आम आदमी को खाद्य वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के असर से बचाने को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी और सत्यनिष्ठा की कमी के कारण उत्पन्न समस्याओं को प्रमुखता के आधार पर निपटाना भी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है।