
लखनऊ,
उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी ने रफ़ीक़ुल मुल्क मुलायम ंिसंह यादव उर्दू आई.ए.एस. स्टडी सेन्टर के एडमिनिस्टे््रटिव ब्लाक में आज स्टडी सेन्टर के पहले बैच को फेयरवेल दिया। इस बैच को 01 सितम्बर, 2015 को स्टडी सेन्टर में प्रवेश दिया था। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में लखनऊ के ज़िलाधिकारी राज शेखर और विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं सी.बी.सी.आई.डी. के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस मुकुल गोयल सम्मिलित हुए। इनके अलावा पूर्व आई.ए.एस. बाबू राम एवं अनीस अन्सारी उपस्थित थे। ’’तरक़्क़ी करो और आगे बढ़ो’’ के शीर्षक से आयोजित यह कार्यक्रम उर्दू आई.ए.एस. सेन्टर के प्रथम बैच की आठ महीने की कोचिंग पूरी होने के उपलक्ष में छात्र एवं छात्राओं को फेयरवेल दिया गया ।
इस अवसर पर उर्दू अकादमी के चेयरमैन डा0 नवाज देवबन्दी ने उर्दू आई.ए.एस. स्टडी सेन्टर के बारे में बताते हुए कहा कि मैंने उन छात्र एवं छात्राओं को जिन्हें सीमित संसाधनों एवं आर्थिक तौर पर कमज़ोर होने के कारण सिविल सर्विसेज़ की परीक्षा में बैठने का हौसला नहीं होता था उन्हें मैंने वह समस्त संसाधन उपलब्ध कराने का एक प्रयास किया जिसमें मुझे मुख्य मंत्री श्री अखिलेश यादव तथा उ0 प्र0 सरकार के मंत्री मो0 आज़म ख़ाॅं का आर्थिक सहयोग एवं संरक्षण पूरी तरह से मिला है । मैंने इन छात्रों के पंख लगा दिए हैं जिससे कि वह देश के उच्च पदों पर उड़ कर पहुंच सकें । मेरा जो काम था उसको मैंने सुचारू रूप से अन्जाम दिया । इन्हें आठ महीनें में अच्छी से अच्छी शिक्षा देकर योग्य बनाने का भरपूर प्रयास किया है । उन्होंने कहा कि अब देखना है कि यह छात्र एवं छात्राएॅं कितनी ऊॅंचाइयों तक उडान भरते हैं । ऐसा नहीं है कि यह छात्र छात्राऐं महत्वाकाॅंक्षी नहीं है । अपनी योग्यता का सुबूत यह पहले ही प्रस्तुत कर चुके हैं । इन्हीं छात्रों में से पाॅंच ने पी.सी.एस. प्रीलीमिनरी की परीक्षा में सफलता पाई हैं । 29 अन्य प्रतियोगी उच्च परीक्षाओं मंे सफलता प्राप्त कर चुके हैं । इस प्रकार 43 में से 34 छात्रों की उडान ऊॅंचाइयों की ओर है और अभी कुछ परीक्षाओं के परिणाम आना शेष हैं। उन्होंने कहा कि मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि यह छात्र छात्राएॅं मेरे सपनों को अवश्य पूरा करेंगें। मैंने जो सपना देखा है उसको इन्हें साकार करना है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए लखनऊ के जिलाधिकारी राज शेखर ने कहा कि मैं इन बच्चों को एक ही बात कहूॅंगा कि वह अपने लक्ष्य से न भटकें । इनको अर्जुन के समान मछली की आॅंख में निशाना लगाना है । इनका लक्ष्य आई.ए.एस. बनना है तो इस लक्ष्य का ही सपना देखें । श्री राजेश पाण्डेय, एस.एस.पी. ने कहा कि कोई भी काम मेहनत एवं लगन के बिना पूर्ण नहीं होता । आप भाग्यशाली हैं कि आपको उ0 प्र0 उर्दू अकादमी ने इतना सुनहरा अवसर प्रदान किया, और आपको आगे बढ़ने को लिए एक प्लेट फार्म मिल गया है । अब आगे बढ़ने में केवल आपकी मेहनत की ही आवश्यकता है । एडीशनल डी.जी.पी. मुकुल गोयल ने कहा कि आपके पंख लगा दिए गए हैं, उड़ना भी सिखा दिया गया है। अब आपको अपना लक्ष्य पाना है।
सेवानिवृत्त आई.ए.एस. बाबू राम ने कहा कि वह कौमें ही प्रगति करती हैं जिनमें अपने कौम को आगे बढ़ाने का हौसला होता है । आप आगे बढ़े और समाज के ताने बाने को मजबूत करें । पूर्व आई.ए.एस. अनीस अन्सारी ने इस अवसर पर कहा कि एक बार प्रयास करने से यदि परीक्षा में सफलता न मिले तो मायूस नहीं होना चाहिए । आपको बार बार प्रयास करना होगा और जब तक आप कुछ बन न जायें तब तक प्रयास जारी रखें । सभी छात्र छात्रों को उर्दू अकादमी की ओर से एक प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह भी दिया गया।