डॉक्टर डीपी शर्मा का चंबल के बीहड़ों से निकलकर गूगल सर्च की अंतरराष्ट्रीय लिस्ट में राजस्थान के क्षितिज तक का सफरनामा

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आई एन वी सी न्यूज़              

नई  दिल्ली ,  

धौलपुर जिले की राजाखेड़ा तहसील में स्थित चंबल की घाटियों के बीच बसे समौना गांव के डॉ डीपी शर्मा यूं तो शारीरिक रूप से निशक्त हैं परंतु उनको अभी हाल में गूगल सर्च लिस्ट में राजस्थान के 51 अति प्रतिष्ठित व्यक्तियों (वीआईपी) अर्थात विख्यात लोगों की सूची में शामिल किया जाना उनके जन्म स्थान एवं राजस्थान के लिए गौरव का विषय है है। इस सूची में महाराणा प्रताप, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, महाराजा जयपुर भवानी सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री एवं अन्य प्रतिष्ठित लोगों को भी शामिल किया गया है। ज्ञात रहे कि डॉ डीपी शर्मा सूचना तकनीकी के प्रोफेसर होने के साथ-साथ वर्तमान में यूनाइटेड नेशंस की आईएलओ में अंतरराष्ट्रीय परामर्श/ सलाहकार (सूचना तकनीकी) के रूप में अपनी सेवाएं दुनिया को दे रहे हैं।  

सन 2017 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय सेलिब्रिटी मानकर, स्वच्छ भारत मिशन का राष्ट्रीय एम्बेसडर बनाया था। डॉ डीपी शर्मा द्वारा चलाए गए कैंपेन से स्वच्छ भारत मिशन के तहत अनेकों स्वच्छता संबंधी सुधार जमीनी हकीकत के रूप में दृष्टिगत हैं। डॉ डीपी शर्मा का इस लिस्ट में नाम वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं जयपुर के महाराजा दिवंगत भवानी सिंह जी से भी पहले इस बात को इंगित करता है कि उन्होंने अपने जीवन के संघर्ष के सफरनामा मैं शारीरिक अक्षमता को चैलेंज करते हुए दुनिया के क्षितिज पर अपना नाम अंकित करवाया है । इस लिस्ट में उन महान हस्तियों के नाम शामिल होते हैं जिनको गूगल द्वारा या विकिपीडिया द्वारा अत्यधिक दुनिया में सर्च किया जाता है। दिसंबर 2018 में विकिपीडिया ने भी प्रो डीपी शर्मा की बायोग्राफी को मोस्ट नॉटेबल व्यक्ति के रूप में पब्लिश किया था।

विकिपीडिया पेज में  उनकी बायोग्राफी  दर्शाती है  कि निशक्त होने के बावजूद डॉ डीपी शर्मा ने कैसे विपरीत परिस्थितियों एवं कठोर संघर्ष की फिजाओं में अपनी पढ़ाई 18 किलोमीटर पैदल चलकर पूरी की थी । उनके संघर्ष को आज दुनिया ने जाना, पहचाना एवं सराहा है । उन्होंने अब तक 22 सूचना तकनीकी की पुस्तकों का लेखन किया है एवं 49 से अधिक अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है जिनमें से सरदार पटेल लाइफ टाइम अचीवमेंट इंटरनेशनल अवॉर्ड एवं शांति दूत अंतरराष्ट्रीय अवार्ड प्रमुख हैं। उन्हें ईमानदारी एवं पुनर्वास एवं शिक्षा के क्षेत्र में किया गये अति विशिष्ट कार्यों के लिए सन 2001 में गॉडफ्रे फिलिप्स नेशनल ब्रेवरी अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था ।

चंबल जैसे दस्यु पीड़ित क्षेत्र मैं किसान परिवार में जन्म लेकर इस बालक से युवा बने शख्स का नाम दुनिया के क्षितिज पर राजस्थान की अति विशिष्ट हस्तियों में शामिल होना पूरे धौलपुर जिले व राजस्थान के लिए गर्व का विषय है।

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