संजय राय,,
आई.एन.वी.सी,,
दिल्ली,,
भारत के दूसरी और विश्व के तीसरी सबसे बड़ी ट्रैक्टर निर्माता कंपनी, टीएएफई की चेयरमैन और सीईओ, सुश्री मल्लिका श्रीनिवासन को उद्योग के प्रति उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए एशियन बिजनेस लीडरशिप फोरम (एबीएलएफ) द्वारा सम्मानित किया गया है। प्रतिवर्ष एबीएलएफ द्वारा वुमन ऑफ पावर अचीवर्स अवार्ड समारोह के दौरान उत्कृष्टता और नवोन्मेष के प्रति समर्पित तथा अपने व्यावसायिक क्षेत्र में सौहार्दपूर्ण पारस्परिक संबंधों को बढ़ावा देने वाली कॉर्पोरेट महिलाओं को सम्मानित किया जाता है। इस पुरस्कार को प्राप्त करने के लिए पारिवारिक और सामाजिक मूल्यों के साथ व्यावसायिक और घरेलू उत्तरदायित्वों के बीच संतुलन बनाते हुए पूरे विश्व की सफल महिलाओं के लिए आदर्श व्यक्तित्व का होना एक अनिवार्य शर्त है। एबीएलएफ अवार्ड्स द्वारा एशिया के व्यावसायिक जगत में अपनी प्रभावकारी भूमिका के कारण विश्वव्यापी पहचान हासिल करने वाली एशियाई महिलाओं को पुरस्कृत किया जाता है। सुश्री श्रीनिवासन को गत रात यूएई के अबू धाबी में आयोजित एक शानदार समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया गया। पुरस्कार ग्रहण करते हुए सुश्री श्रीनिवासन ने कहा, ‘‘वर्ष 2012 का एबीएलएफ वुमन ऑफ पावर अवार्ड प्राप्त करना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है। इस पुरस्कार से एशिया के आर्थिक विकास में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को मान्यता और प्रोत्साहन प्राप्त होता है। कॉर्पोरेट जगत के दृष्टिकोण और सामर्थ्य में महिलाओं का अ˜ुत योगदान है। एशिया में व्याप्त विविधतापूर्ण सामाजिक-राजनीतिक वातावरण में व्यक्तिगत स्तर पर चुनौतियों का सामना करते हुए, वे (महिलायें) अपनी बहुमूल्य प्रतिभा से इस क्षेत्र की समृद्धि और विविधता के विकास में योगदान देती हैं।‘‘ उन्होंने आगे कहा, ‘‘एशिया विश्व के आर्थिक विकास के केन्द्र के रूप में उभर रहा है। निश्चित ही, इस विकास को प्रभावशाली बनाने में एशिया की महिलाओं को महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आवश्यकता है।‘‘ उन्होंने मानव संपदा में योगदान के प्रति कॉर्पोरेट संस्थानों को आगे लाने और आर्थिक विकास की प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी के लिए महिलाओं को प्रेरित करने में एबीएलफ द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। सुश्री श्रीनिवासन ने खासकर विकासशील देशों में किसानों की उत्पादकता और आय में वृद्धि करने वाली नवोन्मेषी प्रौद्योगिकी मुहैया करके उनके जीवन में बदलाव लाने की दिशा में टीएएफई के प्रयासों की ओर ध्यान आकृष्ट किया। विगत पाँच दशकों से टीएएफई की टीम भारत और दुनिया के दूसरे 77 देशों में कृषक समुदाय के साथ घनिष्ठ रूप से कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि टीएएफई की पहचान विश्व स्तर पर बढ़ रही है। यह कंपनी किसानों के उज्ज्वल भविष्य के लिए पर्यावरण-हितैषी प्रौद्योगिकी के विकास और प्रचार-प्रसार के प्रति समर्पित है।

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