
आई एन वी सी न्यूज़
रायपुर,
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सभागार में आज स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा 8 फरवरी को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के संबंध में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता में मिशन निदेशक श्री कृपाशंकर झा ने जानकारी दी कि झारखंड के बच्चों में कृमि संक्रमण के खतरे से निपटने हेतु राज्य में 8 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम के तहत झारखंड के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में 1 से 19 साल तक के बच्चों और किशोरों को एल्बेंडाजोल की दवाई खिलाकर कृमि मुक्त किया जाएगा। वहीं अनुपस्थिति या बीमारी के कारण जिन बच्चों को 8 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर कृमि नियंत्रण की दवाई नहीं खिलाई जा सकेगी, उन्हें 14 फरवरी को मॉप अप दिवस पर कृमि मुक्त किया जाएगा।
श्री झा ने कहा कि भारत में कृमि संक्रमण जनसमस्या के रूप में उभर रहा है। WHO के अनुमान के अनुसार भारत में 5 से 14 साल तक के उम्र के 22 करोड़ से भी अधिक बच्चों को कृमि सकंम्रण का खतरा है। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का उद्देश्य झारखंड के सभी बच्चों और किशोरों के स्वास्थ्य, पोषण संबंधी स्थिति और संज्ञानात्मक विकास तथा जीवन की गुणवत्ता में सुधार हेतु उन्हें कृमि मुक्त करना है। कृमि संक्रमण प्रत्यक्ष रूप से न दिखने पर भी बच्चों के स्वास्थ्य एवं उनके सम्रग विकास पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। इस नकारात्मक प्रभाव के रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु एल्बेंडाजोल(400 मि.ग्रा.) की दवाई बच्चों एवं किशोरों को दी जाएगी। उन्होंने मीडिया से अपील की कि इस कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार अपने स्तर से भी करें ताकि कोई भी बच्चा न छूटे।
बैठक में जानकारी दी गयी कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार, मानव संसाधन विकास मंत्रालय तथा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सौजन्य से आयोजित अखिल भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम को ग्राम स्वराज अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत सम्मिलित किया गया है। फरवरी 2019 में 1,42,17,169 बच्चों को कृमि मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें निजी स्कूलों के 25,08,154 बच्चे शामिल है। 1 से 19 वर्ष के बच्चों एवं युवाओं में आंतों के कृमि संक्रमण के जन स्वास्थ्य के खतरे को ध्यान में रखते हुए राज्य के विभिन्न सरकारी एवं निजी विद्यालयों में, आंगनबाड़ी केंदों में, इंटर कॉलेजों में,तकनीकी कॉलेजों में दवा वितरण किया जाएगा। कृमि मुक्ति दवा एल्बेंडाजोल की गोली 1-2 बर्ष के बच्चों को आधी तथा 2 से 3 बर्ष के बच्चों को एवं 3 से 19 वर्ष के बच्चे और युवाओं को एक गोली खिलायी जाएगी ।
इस अवसर डॉ. अजीत प्रसाद ने भी पीपीटी के माध्यम के बच्चों में कृमि के प्रभाव एवं उपाचार के बारे जानकारी और कृमि मुक्त अभियान पर विस्तृत प्रकाश डाला।
इस अवसर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निदेशक श्री राम लखन प्रसाद गुप्ता सहित स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।