उड़ान योजना राजस्थान का नवाचार

0
49

आई एन वी  सी न्यूज़
जयपुर,
महिला अधिकारिता निदेशालय की ओर से सोमवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर जेएलएन मार्ग पर स्थित इंदिरा गांधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान परिसर में कोरोना प्रोटोकोल की पालना करते हुए राज्य स्तरीय वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस अवसर पर अपने सम्बोधन में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती ममता भूपेश कहा कि हम चाहते है कि आने वाले समय में बालिकाएं ऊँचे पदों को सुशोभित करें एवं देश व विश्वभर में अवनि के जैसे अपना नाम रोशन करें और राजस्थान की बेटियां एक मिसाल कायम करें। उन्होंने कहा कि राज्य में लिंगानुपात पिछले वर्षों में लगातार सुधार हुआ है वहीं बाल विवाह में भी कमी आई है। प्रदेश की बेटियां विभिन्न क्शेत्रों में निरंतर नित नएं कीर्तीमान रच रही है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने उड़ान योजना शुरू की है जो राजस्थान का नवाचार है। राज्य में करवाये गए सर्वे से पता चला कि बड़ी संख्या में महिलाएं माहवारी की स्वच्छता नहीं रखने की वजह से बीमार  हो रही है और गंभीर रोगों से ग्रसित हो रही है। उन्होंने लोगों से आहवान किया कि उड़ान योजना से सब जुड़ें और एक स्वस्थ नारी का एक सशक्त बालिका का संकल्प लें। अगर हमारी बालिकाएं स्वस्थ और सशक्त होगी तो आने वाला राजस्थान का कल भी सशक्त होगा। महिलाओं एवं बालिकाओं के स्वास्थ्य और स्वस्थ जीवन को ध्यान में रखते हुए आई एम शक्ति उड़ान योजना सरकार लेकर आयी है जिसके अन्तरर्गत निःशुल्क सेनेटरी नेपकिन वितरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि घूंघट प्रथा का त्याग कर महिलाओं को आगे आना होगा।

प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा महिला एवं बाल विकास द्वारा संबोधन कहा कि बालिकाओं के विकास और सशक्तिकरण से प्रदेश का विकास होगा। राज्य सरकार इस हेतु प्रतिबद्ध है।

वर्चुअल कार्यक्रम  में आयुक्त महिला अधिकारिता श्रीमती रश्मि गुप्ता द्वारा अपने उद्बोधन में बताया कि इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य स्वास्थ्य, पोषण एवं माहवारी स्वच्छता संबंधी जानकारी को अधिकाधिक बालिकाओं तक पहुँचाना है। श्रीमती गुप्ता ने बताया कि बालिकाओ के विकास के लिए व उन्हंे सहयोगी वातावरण बनाने के लिए और उनके समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए अनेक प्रयासों की आवश्यकता है और इसके लिए हम प्रतिबद्ध है।

यूएनएफपीए के सहयोग से यू-ट्यूब लिंक के द्वारा 81 हजार लोगों ने इस कार्यक्रम के प्रसारण को देखा। विभाग की साथिनों द्वारा भी किशोरी बालिकाओं को तथा इंदिरा महिला शक्ति प्रशिक्षण एवं कौशल संवर्धन योजना में निःशुल्क RS-CIT, RS-CFA  एवं शिक्षा सेतु योजना से लाभान्वित लाभार्थियों को भी इस कार्यक्रम से जोड़ा गया। यह यू-ट्यूब लिंक शिक्षा विभाग को भी उपलब्ध करवाया गया जिससे कक्षा 6 से 12 वीं तक की छात्राएं भी कार्यक्रम से जुड़ी।
उड़ान योजना आमुखीकरण फिल्म तथा जागरुकता संदेश के तहत एनिमेटेड सीरीज के साथ चुप्पी तोड़ो को लांच किया गया। बात पते की लघु फिल्म प्रदर्शन किया गया।

इस अवसर पर स्त्री रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉ. समता राठोड़ द्वारा महावारी स्वच्छता प्रबंधन पर पीपीटी के माध्यम से माहवारी की आधारभूत जानकारी एवं इसके दौरान ध्यान रखे जाने वाले स्वास्थ्य संबंधी बिन्दुओं पर जानकारी दी गयी। महावारी न तो बीमारी है न छुपाने वाली चीज है यह एक प्राकुतिक चक्र है।

ग्लोबल परिपेक्ष्य स्टेट हैड यूएनएफपीए के श्री दिपेश गुप्ता द्वारा महावारी स्वच्छता एवं स्वास्थ्य पर राज्य सरकार की उड़ान योजना की भागीदारी एवं बालिका स्वास्थ्य एवं जागरूकता पर जूम लिंक द्वारा दिल्ली से 2 मिनट का उद्बोधन दिया गया।

पोषण विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉ. मुक्ता अग्रवाल द्वारा बालिकाओं के पोषण एवं स्वास्थ्य संबंधित आवश्यकताओं एवं इनकी पूर्त्ति हेतु पीपीटी के माध्यम से जानकारी दी।  
                                                                                                                                         
‘‘मेरे सपने, मेरी उड़ान’’ प्रतियोगिता –
अतिरिक्त निदेशक, महिला अधिकारिता श्रीमती आभा जैन ने बताया कि राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अन्तर्गत समस्त जिलों में जिला स्तर पर  विभिन्न कार्यक्रम एवं गतिविधियां आयोजित की जा रही है। जिसके तहत ‘‘मेरे सपने, मेरी उड़ान’’ विषय पर लगभग 150 शब्दों की लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस हेतु दो श्रेणीयों में 10 से 14 आयु वर्ग तथा 14 वर्ष से अधिक व 18 वर्ष आयु तक की किशोरी बालिकाओं से वर्चुअल प्रविष्टियां आमंत्रित कर दिनांक 8 मार्च 2022 को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया जायेगा। इसी प्रकार किशोरियों के स्वास्थ्य एवं पोषण विषय पर स्लोगन प्रतियोगिता हेतु दो श्रेणीयों में 10 से 14 आयु वर्ग तथा 14 वर्ष से अधिक व 18 वर्ष आयु तक की किशोरी छात्राओं से वर्चुअल प्रविष्टियां आमंत्रित कर दिनांक 8 मार्च 2022 को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया जायेगा।

इस अवसर पर आईसीडीएस निदेशक श्रीमती उर्मीला राजोरिया भी उपस्थित रही। निदेशालय महिला अधिकारिता तथा निदेशालय समेकित बाल विकास सेवाएं के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here