
आई एन वी सी,
उरुग्वे,
केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री बेनी प्रसाद वर्मा की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने कल मोंटेवीडियो में उरुग्वे के राष्ट्रपति श्री जोस मुजिका से मुलाकात की। इस्पात मंत्री और उरुग्वे के राष्ट्रपति ने दोनों देशों के बीच खनन के क्षेत्र में सहयोग को बेहतर बनाने के बिंदुओं पर चर्चा की। इस बैठक में उरुग्वे के उद्योग, ऊर्जा एवं खनन मंत्री श्री रोबर्टो क्रेइमरमन व अन्य मंत्री मौजदू थे। उरुग्वे के राष्ट्रपति ने इस्पात मंत्री का स्वागत किया और उन्हें उरुग्वे की यात्रा के लिए धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं ने आने वाले वर्षों में व्यापार बढ़ाने की प्रबल इच्छा जताई। इस्पात मंत्री ने उरुग्वे के व्यापार एवं उद्योग जगत को भारतीय व्यापार प्रदर्शनियों में हिस्सा लेने तथा संयुक्त उपक्रमों को बढ़ावा देने के लिए रोड शो आयोजित करने का आमंत्रण दिया। उन्होंने प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण और दूसरे लातिन अमरीकी देशों में निर्यात के लिए उरुग्वे में उत्पादन सुविधाएं स्थापित करने के लिए भारतीय निवेश को आमंत्रित करने की बात भी कही। श्री वर्मा ने खनन के क्षेत्र में भारत के साथ सहयोग में रुचि दिखाने के लिए उरुग्वे के राष्ट्रपति का आभार जताया। इसके बाद इस्पात मंत्री ने मोंटेवीडियो में उरुग्वे के उद्योग, ऊर्जा एवं खनन मंत्री श्री रोबर्टो क्रेइमरमन के साथ मुलाकात की। दोनों नेताओं ने लातिन अमरीकी देशों में खनिजों की संयुक्त खोज और उत्पादन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। इस अवसर पर श्री वर्मा ने कहा, ‘उरुग्वे में लौह अयस्क, ग्रेनाइट, सोने और हीरा खनन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं जिनका भारतीय कंपनियों द्वारा पता लगाया जा सकता है। मुझे विश्वास है कि दोनों देश खनिजों की खोज में एक दूसरे की शक्ति के इस्तेमाल में सहयोग करेंगे।’ इस यात्रा के दौरान इस्पात सचिव श्री डी. आर. एस. चौधरी और उरुग्वे के उद्योग, ऊर्जा एवं खनन मंत्री श्री रोबर्टो क्रेइमरमन ने लोहे और इस्पात के क्षेत्र में निवेश के अवसरों का पता लगाने और उन्हें प्रोत्साहित करने तथा लोहे व इस्पात संबंधी कच्चे माल से जुड़ी विशेष तकनीकी जानकारी के आदान-प्रदान की सुविधा के लिए एक आशय-पत्र पर हस्ताक्षर किए। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का यह दौरा उरुग्वे में खनिजों की खोज और उत्पादन में भारतीय कंपनियों के लिए मजबूत आधार बनाने में सफल रहा। इस प्रतिनिधिमंडल में इस्पात सचिव श्री डी.आर.एस. चौधरी, संयुक्त सचिव श्री यू. पी. सिंह, एनएमडीसी के सीएमडी श्री सी. एस. वर्मा और इस्पात मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।