

जयपुर,
ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं के विस्तार के लिए नाबार्ड के सहयोग से 29 केन्द्रीय सहकारी बैंकों द्वारा मोबाइल एटीएम वैन लगाई जाएंगी। इससे गांवों में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलेगा। सहकारिता मंत्री श्री अजय सिंह किलक ने यह जानकारी बुधवार को नाबार्ड के 35वें स्थापना दिवस पर आयोजित ग्रामीण समृद्धि समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए दी।
श्री किलक ने कहा कि मोबाइल वैन के प्रयोग से गांवों में डोर स्टेप पर बैंकिंग सुविधा मिल सकेगी। किसान अपनी जरूरत के समय किसान रूपे डेबिट कार्ड का प्रयोग कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास किसानों को अधिक से अधिक गांव स्तर पर बैंकिंग सुविधा प्रदान करना है।
उन्होेंने नाबार्ड के ई-शक्ति प्रोजेक्ट के तहत एसएचजी खातों के डिजिटाईजेशन की सराहना करते हुए कहा कि हम नाबार्ड के सहयोग से सभी जिलों में महिला सशक्तिकरण के लिए स्वयं सहायता समूहों को रियायती दरों पर ऋण की सुविधा मुहैया कराएंगे। श्री किलक ने कहा कि सहकारिता के माध्यम से हम लगातार महिलाओं की स्थिति को सुधारने के लिए प्रयासरत हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के 27 जिलों के 6550 गांवों में नाबार्ड के सहयोग से ‘‘मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान’’ के तहत वर्षा जल के सरंक्षण के प्रति जागरूकता का कार्यक्रम चल रहा है। यह एक सराहनीय कदम है।
नाबार्ड के स्थापना दिवस पर मुख्य महाप्रबंधक श्री ए.के. सिंह ने नाबार्ड द्वारा 25 वर्ष पूर्व शुरू किए गए महिला सशक्तिकरण के लिए कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि नाबार्ड समुदाय के विकास के लिए बैंक लिंकेज प्रोग्राम, देश के 1 लाख गांवों में शुरू किए गए जल संरक्षण अभियान सहित स्वयं सहायता समूहों के लिए किए गए कार्यों के लिए तत्पर है।
कार्यक्रम में प्रमुख शासन सचिव, सहकारिता श्री अभय कुमार, पंचायती राज आयुक्त श्री नवीन महाजन, अपेक्स बैंक के प्रबंध निदेशक श्री विद्याधर गोदारा सहित नाबार्ड एवं सहकारिता के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।