
रोहतक,
अब हरियाणा के ग्रामीण अंचल में रहने वाले बच्चे अपने ही प्रदेश में रहते हुए न केवल ब्रिटेन का रहन-सहन सीखेंगे बल्कि ब्रिटिश शिक्षा पद्धति पर ही पढ़ाई करेंगे। ब्रिटेन के समरसेट स्थित को-एड सैकंडरी डे और बोर्डिंग स्कूल किंग्स कॉलेज टांटन ने अब हरियाणा में शिक्षा के प्रचार-प्रसार का बीड़ा उठाया है।
शिक्षा के क्षेत्र में करीब 135 साल से सक्रिय किंग्स कॉलेज ने भारत में ब्रिटिश पार्टनरशिप वाला स्कूल शुरू करने के लिए शिक्षा जगत के अपनी जैसी सोच वाले साझेदार से हाथ मिलाया है। किंग्स कॉलेज इंडिया के रोहतक-दिल्ली-एनसीआर प्रभारी ब्रेडली सेल्स तथा बोर्ड मेंबर अंशुल नरवाल ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में बताया कि किंग्स द्वारा वर्ष 2016 के शिक्षा सत्र से अपनी शैक्षणिक गतिविधियों को शुरू किया जाएगा।
किंग्स कॉलेज इंडिया एक ऐसा मंच है जिसमें विद्यार्थी पूरी तरह ब्रिटिश शिक्षा का फायदा उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि किंग्स कॉलेज टांटन ब्रिटिश साझीदारी से खुलने वाला पहला अपनी तरह का हरियाणा का पहला स्कूल है। पहले चरण में यह स्कूल आठवीं कक्षा तक होगा। बाद में इसका विस्तार किया जाएगा। जिसके लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उन्होंने बताया कि यहां प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को ब्रिटेन के पाठयक्रम अनुसार पढ़ाया जाएगा। पाठ्यक्रम शुरुआत में तो ब्रिटिश कॉमन एंट्रेंस सिस्टम के मुताबिक होगा जो 13 साल तक के बच्चों को अकादमिक रूप से दक्ष बनाता है और उनको आईजीसीएसई और ए-लेवल पर अच्छे प्रदर्शन वाली सफलता के लिए एक मंच तैयार करता है। उन्होंने बताया कि किंग्स कॉलेज इंडिया बच्चों के लिए बोर्डिंग के कई विकल्प मुहैया कराएगा जिसमें शुरुआत में डे-बोर्डिंग, फ्लेक्सी बोर्डिंग (चुनिंदा रातों के लिए), वीकली बोर्डिंग और फुल बोर्डिंग शामिल हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में करीब 135 साल से सक्रिय किंग्स कॉलेज ने भारत में ब्रिटिश पार्टनरशिप वाला स्कूल शुरू करने के लिए शिक्षा जगत के अपनी जैसी सोच वाले साझेदार से हाथ मिलाया है। किंग्स कॉलेज इंडिया के रोहतक-दिल्ली-एनसीआर प्रभारी ब्रेडली सेल्स तथा बोर्ड मेंबर अंशुल नरवाल ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में बताया कि किंग्स द्वारा वर्ष 2016 के शिक्षा सत्र से अपनी शैक्षणिक गतिविधियों को शुरू किया जाएगा।
किंग्स कॉलेज इंडिया एक ऐसा मंच है जिसमें विद्यार्थी पूरी तरह ब्रिटिश शिक्षा का फायदा उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि किंग्स कॉलेज टांटन ब्रिटिश साझीदारी से खुलने वाला पहला अपनी तरह का हरियाणा का पहला स्कूल है। पहले चरण में यह स्कूल आठवीं कक्षा तक होगा। बाद में इसका विस्तार किया जाएगा। जिसके लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उन्होंने बताया कि यहां प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को ब्रिटेन के पाठयक्रम अनुसार पढ़ाया जाएगा। पाठ्यक्रम शुरुआत में तो ब्रिटिश कॉमन एंट्रेंस सिस्टम के मुताबिक होगा जो 13 साल तक के बच्चों को अकादमिक रूप से दक्ष बनाता है और उनको आईजीसीएसई और ए-लेवल पर अच्छे प्रदर्शन वाली सफलता के लिए एक मंच तैयार करता है। उन्होंने बताया कि किंग्स कॉलेज इंडिया बच्चों के लिए बोर्डिंग के कई विकल्प मुहैया कराएगा जिसमें शुरुआत में डे-बोर्डिंग, फ्लेक्सी बोर्डिंग (चुनिंदा रातों के लिए), वीकली बोर्डिंग और फुल बोर्डिंग शामिल हैं।